Edited By Niyati Bhandari,Updated: 08 Aug, 2023 08:00 AM
मैनपुरी (इंट): कलयुग में भी श्रवण कुमार जैसे 8 पुत्र देखने को मिले हैं जिन्होंने अपने माता-पिता को कांवड़ में बैठाकर कांवड़ यात्रा करवाई और उन्हें गंगा स्नान करवाने के लिए लहरा गंगा घाट पहुंचे।
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मैनपुरी (इंट): कलयुग में भी श्रवण कुमार जैसे 8 पुत्र देखने को मिले हैं जिन्होंने अपने माता-पिता को कांवड़ में बैठाकर कांवड़ यात्रा करवाई और उन्हें गंगा स्नान करवाने के लिए लहरा गंगा घाट पहुंचे। अपने माता-पिता की इच्छा को पूरा करते देख सभी लोगों ने उनकी सराहना की है।
दरअसल, इस समय सावन का महीना चल रहा है। बड़ी संख्या में शिव भक्त भोले नाथ को प्रसन्न करने के लिए कांवड़ में गंगाजल भरकर ले जा रहे हैं। इन शिव भक्तों के बीच इन पुत्रों की मातृ-पितृ भक्ति लोगों के बीच चर्चा में रही। इकहरा करहल मैनपुरी निवासी राधेश्याम (95) व रामपूर्ती देवी (90) की सावन माह में गंगा में स्नान करने की इच्छा हुई। माता-पिता दोनों ने ही अपनी यह इच्छा अपने पुत्रों को बताई। उनके 8 पुत्र हैं। पुत्रों महेंद्र, गोविंद, गोपाल, आकाश, विकास, पंकज, अर्जुन और इशांत ने अपने माता-पिता की यह इच्छा पूरी करने का निर्णय लिया।
इसके बाद वे अपने माता-पिता को कांवड़ में बैठाकर लहरा गंगा घाट के लिए निकल पड़े। उनके गांव से लगरा तक की दूरी 170 किलोमीटर है। वे अपने माता-पिता को स्नान करवाने और मंदिरों के दर्शन करवाने के बाद ही घर वापस लौटेंगे।