Edited By Niyati Bhandari,Updated: 19 Jun, 2025 09:25 AM

Manibandh Rekha In Palmistry : किसी भी व्यक्ति का भविष्य जैसे धन, भाग्य, आयु, करियर, जीवन यात्रा उसके हाथों की रेखाओं और चिन्ह देखकर जाना जा सकता है। कलाई पर बनने वाली रेखाओं को मणिबंध कहा जाता है। अंग्रेजी में इसे ब्रेसलेट लाइन्स कहते हैं। उस पर...
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Manibandh Rekha In Palmistry : किसी भी व्यक्ति का भविष्य जैसे धन, भाग्य, आयु, करियर, जीवन यात्रा उसके हाथों की रेखाओं और चिन्ह देखकर जाना जा सकता है। कलाई पर बनने वाली रेखाओं को मणिबंध कहा जाता है। अंग्रेजी में इसे ब्रेसलेट लाइन्स कहते हैं। उस पर बनने वाले कुछ ऐसे निशान हैं, जिनसे न केवल वर्तमान बल्कि भविष्य के गर्भ में क्या छुपा है, यह भी जाना जा सकता है।

मणिबंध रेखाएं यव की लड़ियों के समान होती हैं। मणिबंध रेखाओं के बिना हाथ में स्थित योग भी शुभ स्थिति में होते हुए अपना पूर्ण फल नहीं दे पाते। प्राय: तीन मणिबंध रेखाएं होती हैं। यदि तीनों रेखाओं की यव माला पूर्ण हो तो व्यक्ति राजा के समान वैभव शाली होता है। दो रेखाओं की यव माला पूर्ण हो तो व्यक्ति बुद्धिमान और मंत्री पद पर आसीन होता है। एक मणिबंध यव माला पूर्ण हो तो व्यक्ति प्रतिष्ठित और धनी बनता है।

यदि मणिबंध रेखा केवल हथेली की ओर पूर्ण हो, कथित फल में न्यूनता आती है। मणिबंध को केतु का स्थान भी कहा जाता है।

मणिबंध की प्रथम रेखा से स्वास्थ्य और धन का विचार किया जाता है। दूसरी से विद्या और तीसरी रेखा से भक्ति और सुख को देखा जाता है।

मणिबंध की पहली रेखा के बीच में कोण का चिह्न मौजूद हो तो व्यक्ति को अपने जीवन के 40 साल तक बहुत परिश्रम करना पड़ता है। उसके बाद उसका मंद पड़ा भाग्य गती पकड़ता है, जिसकी उसने खुद भी कभी कल्पना नहीं की होती। वह अपने पैतृक धन का उत्तराधिकारी बनता है।

दोनों हाथों में भाग्य रेखा मणिबंध से शुरू होकर शनि पर्वत तक जा रही हो और साथ में मस्तिष्क रेखा, सूर्य रेखा और जीवन रेखा भी उत्तम हो तो ऐसे जातक के हाथ में गजलक्ष्मी योग बनता है। उसके जीवन में कभी धन की कमी नहीं होगी और भाग्य उसका सदा साथ देगा, ऐसा जातक मिट्टी से सोना बनाने वाला होता है।
