Edited By Niyati Bhandari,Updated: 28 Mar, 2022 08:00 AM
आज कृष्ण पक्ष के चैत्र माह की पतित पावनी एकादशी तिथि है। इस एकादशी को पापमोचनी एकादशी कहा जाता है। वर्ष में आने वाली 25 एकादशियों में इस एकादशी के
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Papmochani Ekadashi 2022: आज कृष्ण पक्ष के चैत्र माह की पतित पावनी एकादशी तिथि है। इस एकादशी को पापमोचनी एकादशी कहा जाता है। वर्ष में आने वाली 25 एकादशियों में इस एकादशी के व्रत को करने से आप समस्त पापों से मुक्त हो सकते हैं। हमारे सभी दुखों का कारण हमारे पाप कर्म ही हैं। तो जन मानस को पाप मुक्त करने का यह शुभ दिन है। भगवान विष्णु की भक्ति, व्रत, पूजा और दान करने से न केवल देवता बल्कि मनुष्य भी धन्य हो जाते हैं।
Papmochani ekadashi upay आइए जानते हैं इस विशेष दिन को किए जाने वाले कुछ खास नियम
सर्वप्रथम आपको सूर्योदय से पहले उठना है। स्नान आदि के बाद व्रत पालन का संकल्प करते हुए धूप, दीप, अक्षत, नैवेद्य, वस्त्र, रोली, मौली और तुलसी से विष्णु जी की विधि से पूजा करें।
किसी ब्राह्मण को पीले वस्त्र और भोजन कराने से धन लाभ में आ रही परेशानी दूर होगी। बृहस्पति ग्रह शुभ फल देने लगते हैं और पूर्वजों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
संध्या के समय तुलसी पूजन और गौ पूजा से आपके पूर्व जन्मों के पाप कर्म कट जाते हैं। भविष्य में सफलता मिलती है।
घर के दरवाज़े पर संध्या के समय रोटी के ऊपर मिठाई रख कर सरसों के तेल का दीपक पश्चिम दिशा की और जलाएं। ऐसा करने से घर-परिवार को हर संताप से मुक्ति मिलेगी। परिवार में प्रेम बढ़ेगा।
आज के दिन किया गया व्रत और दान बड़े से बड़े दुष्परिणामों को दूर करता है। अगर अज्ञान वश आपसे भी कुछ ऐसे कर्म हुए हैं तो उन कर्मों के प्रभाव को कम करने के लिए अपने घर के दामाद और बेटी को घर बुला कर उनके चरण धोएं और भोजन करवाएं। या आप किसी ब्राह्मण और ब्राह्मणी को भी आमंत्रित करके उनका आशीर्वाद ले सकते हैं।
आज रात को महामंत्र का जाप करते हुए जागरण करें। इससे आपके द्वारा किए गए हर पाप का नाश हो जाएगा।
Papmochani ekadashi mantra महामंत्र- हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे , हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे
नीलम
8847472411