Edited By Niyati Bhandari,Updated: 28 Apr, 2023 11:24 AM
हमारे ऋषियों के अनुसार 7 लोक, 7 ग्रह, 7 ऋषि और 7 जन्म की धारणा है जो कि वैज्ञानिक तौर पर सत्य है। जब आत्मा अपना शरीर छोड़ देती है
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Spiritual meaning of dreaming someone died: हमारे ऋषियों के अनुसार 7 लोक, 7 ग्रह, 7 ऋषि और 7 जन्म की धारणा है जो कि वैज्ञानिक तौर पर सत्य है। जब आत्मा अपना शरीर छोड़ देती है तो शरीर 5 महाभूतों में मिल जाता है लेकिन आत्मा के साथ वही चित 7 जन्म तक रहता है। चित में आपके मोह माया और आपके कर्म संचित रहते हैं ।
अगर मनुष्य की मृत्यु मोह के वशीभूत होकर होती है तो आपकी आत्मा जहां पर भी जन्म लेती है और जिस रूप में भी जन्म लेती है तो उस आत्मा के साथ चित का मोह आपके चित के साथ जुड़ा रहता है ।
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जिसके कारण पुनर्जन्म लेने के बाद भी आपके व्यान प्राण के द्वारा उस चित के साथ धुलोक के माध्यम से संपर्क हो जाता है तथा आपके पूर्वज 7 जन्म तक आपके संपर्क में रह सकते हैं। 7 जन्म के बाद अंत करण में संचित कर्म की याददाश्त खत्म हो जाती है । उसके बाद हमारे व्यान प्राण का संपर्क टूट जाता है लेकिन यह प्रक्रिया सिर्फ सतोगुणी और रजोगुणी आत्माओं के साथ ही संभव हो पाती है। व्यान प्राण के द्वारा ही हमें सपने आते हैं तथा हमारे पूर्वजों के साथ संपर्क हो जाता है ।
व्यान प्राण ही हमारे मन को बांध कर रखता है। व्यान प्राण ही हमें विभिन्न लोकों में ले जाता है तथा वापस ले आता है। अगर मनुष्य व्यान प्राण पर संधान कर लेता है तो मृत्यु लोक की आत्माओं से संपर्क स्थापित कर सकता है। उनसे बात कर सकता है। बहुत लोगों के स्वयं ही बिना किसी तपस्या के उनका व्यान प्राण एक्टिव रहता है, जिसके कारण वो आत्माओं से बात कर लेते हैं या उनके जन्म को देख लेते हैं।
डॉ एच एस रावत (सनातन धर्म चिंतक)