Edited By Niyati Bhandari,Updated: 02 Apr, 2020 09:23 AM
राम नवमी पर भगवान विष्णु के सातवें अवतार के रूप में मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम का जन्म हुआ था। शास्त्रानुसार इस दिन दान पुण्य व विशेष पूजन करने से ग्रह बाधा और ग्रहों के दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलती है। राशि अनुसार पूजन और उपाय करने से विभिन्न राशि...
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राम नवमी पर भगवान विष्णु के सातवें अवतार के रूप में मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम का जन्म हुआ था। शास्त्रानुसार इस दिन दान पुण्य व विशेष पूजन करने से ग्रह बाधा और ग्रहों के दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलती है। राशि अनुसार पूजन और उपाय करने से विभिन्न राशि के जातको को शत्रु शमन, उच्च पद की प्राप्ति, मानसिक शांति, नेतृत्व क्षमता, मनोबल में वृद्घि, संबंधों में मधुरता तथा प्रगति के अवसरों की प्राप्ति के साथ समय की अनुकूलता प्राप्त होती है।
विभिन्न राशि के जातकों के लिए पाठ और उपाय
मेष: श्रीराम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें और रामदरबार के चित्र पर बेसन का हलवा चढाएं।
वृषभ: श्रीराम स्तुति का पाठ करें और रामदरबार के चित्र पर नीले फूल चढ़ाएं।
मिथुन: इंद्रकृत रामस्त्रोत का पाठ करें और रामदरबार के चित्र पर काजल चढ़ाएं।
कर्क: श्रीरामाष्टक का पाठ करें और रामदरबार के चित्र पर पीत चंदन चढ़ाएं।
सिंह : श्रीसीता रामाष्ट्कम का पाठ करें और रामदरबार के चित्र सिंदूर चढ़ाएं।
कन्या: श्रीराम मंगलाशासनम का पाठ करें और रामदरबार के चित्र पर इत्र चढ़ाएं।
तुला: श्रीराम प्रेमाष्ट्कम का पाठ करें और रामदरबार के चित्र पर तुलसी पत्र चढ़ाएं।
वृश्चिक: श्रीराम चंद्राष्ट्कम का पाठ करें और रामदरबार के चित्र पर पेड़े चढ़ाएं।
धनु: जटायुकृत श्री रामस्त्रोत का पाठ करें और रामदरबार के चित्र पर शहद चढ़ाएं।
मकर: आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें और रामदरबार के चित्र पर पान चढ़ाएं।
कुंभ : सुंदरकांड का पाठ करें और रामदरबार के चित्र पर मुलतानी मिट्टी चढ़ाएं।
मीन: अयोध्याकांड का पाठ करें और रामदरबार के चित्र पर लाल चंदन चढ़ाएं।