Edited By Sarita Thapa,Updated: 30 May, 2025 07:02 AM

Ravi Pradosh Vrat 2025: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का बहुत खास महत्व है। यह दिन खास करके भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। प्रदोष काल का समय विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ माना जाता है।
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Ravi Pradosh Vrat 2025: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का बहुत खास महत्व है। यह दिन खास करके भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। प्रदोष काल का समय विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की सच्चे मन से पूजा करने और व्रत रखने से हर क्षेत्र में मनचाही सफलता मिलती है और उनकी कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। रवि प्रदोष व्रत 2025 में 8 जून, रविवार को मनाया जाएगा। यह व्रत ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है।

Ravi Pradosh Vrat Shubh Muhurat रवि प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 08 जून को सुबह 07 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगी और 09 जून को सुबह 09 बजकर 35 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, रवि प्रदोष का व्रत 08 जून को मनाया जाएगा। भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ समय 07 बजकर 18 मिनट से लेकर 09 बजकर 19 मिनट तक है।

Ravi Pradosh Vrat Shubh Yog रवि प्रदोष व्रत शुभ योग
ज्येष्ठ माह के अंतिम प्रदोष व्रत पर शिव योग बन रहा है। इसके साथ ही प्रदोष के दिन शिववास योग का संयोग बन रहा है। यह संयोग रात भर रहेगा। मान्यता है कि इस दिन योग में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से घर-परिवार में खुशियां बनी रहती है और जीवन में आने वाले हर संकट दूर हो जाते हैं।
