Edited By Sarita Thapa,Updated: 28 Oct, 2025 06:00 AM

दान का महत्व हमारे जीवन में सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी बहुत बड़ा माना गया है।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Right Hand Donation: दान का महत्व हमारे जीवन में सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी बहुत बड़ा माना गया है। शास्त्रों के अनुसार, दान करने से न केवल पुण्य मिलता है, बल्कि यह आत्मा को भी शुद्ध करता है और जीवन में सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। लेकिन शास्त्रों में यह विशेष निर्देश भी मिलता है कि दान हमेशा दाहिने हाथ से करना चाहिए। ऐसा क्यों कहा जाता है। तो आइए जानते हैं इसके पीछे के कारण के बारे में-

सकारात्मक ऊर्जा का संचार
दाहिना हाथ हमारे शरीर की वह शक्ति है, जो सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक मानी जाती है। जब हम दाहिने हाथ से दान करते हैं, तो यह कर्म और विचारों में शुभ प्रभाव डालता है।
शास्त्रों में शुभ संकेत
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, दाहिना हाथ सूर्य और सौर्य ऊर्जा का प्रतीक है। इसी कारण दाहिने हाथ से किए गए कर्म हमेशा शुभ और सफल होते हैं।

शारीरिक और मानसिक संतुलन
दाहिने हाथ से दान करने से मानसिक संतुलन भी बनता है और यह व्यक्ति को अहंकार और लोभ से दूर रखता है।
सांस्कृतिक और सामाजिक कारण
प्राचीन समय से ही समाज में दाहिने हाथ से दान देना सम्मान और भक्ति का प्रतीक माना गया है। यह दूसरों के प्रति आदर और विनम्रता भी दर्शाता है।
पवित्रता और शुद्धता
दाहिने हाथ से दान करना पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। यह दिखाता है कि व्यक्ति ने अपने मन, शरीर और आत्मा से अपने कर्म को शुद्ध रूप से अंजाम दिया।
