Edited By Niyati Bhandari,Updated: 26 Oct, 2023 10:15 AM
हुत पुरानी बात है। एक बार एक किशोर, जो मात्र 14 वर्ष का था, ने अपने माता-पिता को एक पत्र लिखा। उसने उस पत्र में लिखा कि वह इंजीनियर बनना चाहता है।
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Rudolf Diesel inspirational story: बहुत पुरानी बात है। एक बार एक किशोर, जो मात्र 14 वर्ष का था, ने अपने माता-पिता को एक पत्र लिखा। उसने उस पत्र में लिखा कि वह इंजीनियर बनना चाहता है। उस बालक ने जर्मनी में अपनी पढ़ाई पूरी की। उसे नए-नए शोध और आविष्कार करने में बहुत रुचि थी। हर इंसान इस बालक की रुचि देखकर चकित रह जाता था।
पढ़ाई पूरी करने के बाद उसका अधिकांश समय आविष्कारों के लिए शोध व नए-नए प्रयोग करने में ही निकलने लगा। काम के प्रति उसका समर्पण देख कर सभी हैरान थे। एक दिन उसकी वर्कशाॅप जहां वह काम करता था, अचानक इंजन में बहुत जोर से विस्फोट हुआ। इस विस्फोट से उसकी बहुत सारी महत्वपूर्ण चीजें जल गईं। वह खुद भी घायल हो गया था। उसे काफी लम्बे समय तक इलाज के लिए अस्पताल में रहना पड़ा। स्वस्थ होने के बाद उसने फिर से अपना काम शुरू करने की इच्छा जताई। पूरे उत्साह, मेहनत तथा लगन के साथ फिर से अपने काम में जुट गया। काम के प्रति उसकी लग्न और समर्पण भाव देखने लायक था। उसके बाद उसने कई सफल आविष्कार किए। कई भाप इंजनों के डिजाइन तैयार किए। उसके सभी आविष्कारों में डीजल इंजन प्रमुख था। इस महान इंजीनियर का नाम रुडोल्फ डीजल था।
उन्होंने डीजल इंजन का आविष्कार करके सारी दुनिया को एक नई रफ्तार दी। रुडोल्फ डीजल सारी दुनिया और नई पीढ़ी के लिए आज भी प्रेरणा स्रोत हैं।