Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Oct, 2017 10:58 AM
शरद पूर्णिमा की रात जागरण करने से देवी लक्ष्मी धन वैभव प्रदान करती हैं। शास्त्रनुसार मात्र शरद पूर्णिमा का चंद्रमा ही 16 कलाओं से परिपूर्ण होता है। इस पूर्णिमा की रात्रि को चंद्रमा अपनी विशेष
शरद पूर्णिमा की रात जागरण करने से देवी लक्ष्मी धन वैभव प्रदान करती हैं। शास्त्रनुसार मात्र शरद पूर्णिमा का चंद्रमा ही 16 कलाओं से परिपूर्ण होता है। इस पूर्णिमा की रात्रि को चंद्रमा अपनी विशेष किरणों से अमृत वर्षा करता है। इस रात्रि में चांदी के बरतन में गो दुग्ध, घृत एवं अरवा चावल से बनी खीर चांदनी में रात भर रखने से वह महा औषध बन जाती है। प्रात: काल उसके सेवन से जिससे 32 प्रकार की पित्त संबंधी बीमारियों में लाभ होता है। शरद पूर्णिमा पर लक्ष्मी पूजन चंद्रोदय के बाद मध्य रात्रि में करने से स्थिर धन प्राप्त होता है।
निरंतर धन लाभ के लिए करें उपाय
एक चमकीला काला धागा लेकर उसमें आठ कीलें एक पंक्ति में बांध दें। बेलपत्र पर लाल चंदन लगाकर 27 पत्ते तैयार करके रखें। एक थाली में कुमकुम से स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर गुलाब के फूल आदि बिछाकर उस पर व्यापार वृद्धि श्रीयंत्र को स्थापित कर दें। इसके बाद ॐ ध्रं ध्रां ध्रीं मंत्र का उच्चारण करते हुए बेलपत्र में लघु श्रीफल लपेट दें। उसी दिन इस नारियल और बेलपत्र दोनों को घर से दूर जमीन में गड्ढा खोदकर दबा दें। अगर बेलपत्र उपलब्ध न हो तो पीपल के पत्ते भी काम में ले सकते हैं। व्यापार वृद्धि के लिए श्रीयंत्र को अपनी दुकान, फैक्टरी, व्यावसायिक संस्थान के मुख्य द्वार पर लगा दें।
धन से संबंधित किसी भी तरह की परेशानी से आपको रूबरू होना पड़ रहा है तो शरद पूर्णिमा, दीपावली या शुक्रवार को महालक्ष्मी का पूजन करें और यहां बताए जा रहे पांच तरह के प्रसाद पहले महालक्ष्मी को चढ़ाएं फिर खुद भी खाएं और परिवार के सभी सदस्यों को भी खिलाएं। ऐसा करने से घर में बरसने लगेगा धन। मां लक्ष्मी दोनों हाथों से खजाना लुटाएंगी। आपकी धन-दौलत से जुड़ी समस्त मनोकामनाओं को पूरे होने का वरदान दे देंगी।
दूध से बनी मिठाईयां
बताशा
पान
जल सिंघारा
खीर
मखाने