Edited By Prachi Sharma,Updated: 24 Mar, 2024 07:06 AM
रविवार का दिन भगवान भास्कर यानी सूर्य देव को समर्पित होता है। इस दिन सूर्यदेव की उपासना की जाती है। आसान शब्दों में कहें तो सूर्य देव की पूजा-आराधना की
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Sunday Special: रविवार का दिन भगवान भास्कर यानी सूर्य देव को समर्पित होता है। इस दिन सूर्यदेव की उपासना की जाती है। आसान शब्दों में कहें तो सूर्य देव की पूजा-आराधना की जाती है। आयुर्वेद में सूर्य देव को वैद्य कहा जाता है। वहीं, ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आत्मा का कारक माना जाता है। धार्मिक ग्रंथों में निहित है कि द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण के पुत्र साम्ब कोढ़ रोग से पीड़ित थे, कालांतर में भगवान श्रीकृष्ण ने साम्ब को कोढ़ रोग से मुक्ति पाने के लिए सूर्य देव की उपासना करने की सलाह दी थी। भगवान सूर्य की उपासना करने से त्वचा संबंधी रोगों से मुक्ति मिलती है। अतः साम्ब ने भी सूर्यदेव की कठिन भक्ति कर उन्हें प्रसन्न किया। उस समय भगवान सूर्यदेव की कृपा से साम्ब को कोढ़ रोग से मुक्ति मिली थी। महाभारत काल में अंग नरेश कर्ण रोजाना सूर्य देव की पूजा करते थे। तो अगर आप भी सूर्य देव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो रविवार के दिन ज्योतिष शास्त्र में बताए गए खास उपाय जरूर करने चाहिए। तो चलिए जानते हैं सूर्यदेव को प्रसन्न करने के रविवार के दिन कौन से उपाय करने चाहिए।
पहले उपाय के तौर पर आपको बता दें, भगवान भास्कर को प्रसन्न करने के लिए रविवार के दिन जल में लाल रंग के पुष्प, कुमकुम या रोली मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। इस उपाय को करने से सूर्यदेव शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
धार्मिक मान्यता है कि रविवार के दिन शिवलिंग का जलाभिषेक करने से व्यक्ति के जीवन में व्याप्त सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
अगले उपाय के तौर पर राहु, केतु और शनि की बाधा समाप्त करने के लिए जल में काले तिल मिलाकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दें। इस उपाय को करने से राहु-केतु की बाधा समाप्त होती है।
अगर कुंडली में सूर्य कमजोर है, तो जल का अर्घ्य देने के बाद आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें। इस उपाय को करने से अचानक आए संकट से यथाशीघ्र निजात मिलता है। इसके अलावा, मछली को आटे की लोई खिलाएं।
अगर आप कारोबार और तरक्की में उन्नति पाना चाहते हैं, तो रविवार के दिन नदी में काले तिल, गुड़ और चावल प्रवाहित करें। इस उपाय को करने से जीवन में व्याप्त सभी परेशानियां दूर होती हैं।
अगर भाग्य में वृद्धि पाना चाहते हैं, तो जरूरतमंदों और ब्राह्मणों को रविवार के दिन खाने के लिए अर्थ का दान अवश्य करें। आप चाहे तो जरूरतमंदों को भोजन भी करा सकते हैं।