Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Jun, 2025 09:46 AM
Horoscope of IAS and IPS officers: ज्योतिष के जातक ग्रंथों में स्पष्ट रूप से प्रशासनिक सेवाओं के योग तो वर्णित नहीं हैं, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी बने कुछ जातकों की कुण्डलियों का अवलोकन करें तो स्पष्ट होता है कि राजयोग प्राप्ति के प्रबल योग वाले ही...
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Horoscope of IAS and IPS officers: ज्योतिष के जातक ग्रंथों में स्पष्ट रूप से प्रशासनिक सेवाओं के योग तो वर्णित नहीं हैं, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी बने कुछ जातकों की कुण्डलियों का अवलोकन करें तो स्पष्ट होता है कि राजयोग प्राप्ति के प्रबल योग वाले ही प्रशासनिक अधिकारी बन कर सफलता प्राप्त करते हैं। ये योग किन ग्रह स्थिति से बनते हैं, आइए इस पर चर्चा करें-
कारकांश कुण्डली में यदि सूर्य लग्न में मेष राशि में हो और तीन-चार ग्रह शुभ स्थिति में होने पर व्यक्ति को प्रशासनिक अधिकारी बनाते हैं। यदि दशमेश शुभ ग्रह होकर उच्च राशि और उच्च नवांश में त्रिक भाव [6, 8, 12] के अलावा कहीं भी स्थित हो। दशमेश और दशम भाव पर शुभ ग्रहों की दृष्टि हो। दशमेश चतुर्थ भाव में या चतुर्थेश पर शुभ ग्रह प्रभाव डाल रहे हों तो व्यक्ति आई.ए.एस. बनता है।
यदि दशम भाव पर दशमेश की दृष्टि हो और जन्मांग चक्र में शुभ ग्रह परस्पर द्विर्द्वादश योग बनाएं तथा लग्नेश बलवान हो तो प्रशासनिक सेवा में जाने के अवसर मिलते हैं। सूर्य, केंद्र स्थान में उच्च राशि और उच्च नवांश में, दशमेश लाभ में, लग्नेश और भाग्येश अपने घर में या परस्पर द्विर्द्वादश में स्थित हों तो जातक प्रशासनिक सेवा में जा सकता है।

द्वितीयेश केंद्र स्थानों में उच्च राशि में स्थित हो और उसे शुभ ग्रह देखते हों। शुभ ग्रह केंद्र स्थानों में और पाप ग्रह 3, 6, 11 वें भाव में होने पर व्यक्ति अधिकारी बनता है। पंचमेश उच्च राशि और उच्च नवांश में पंचम स्थान में, बलवान लग्नेश, नवमेश या दशमेश की युति लग्न, सप्तम अथवा दसवें भाव से बने तो व्यक्ति अधिकारी होगा।
शनि नवम स्थान में हो और दशम में मकर राशि या नवांश में दशम भाव में मंगल स्थित हो, बुध-गुरु और शुक्र पंचम भाव में हो और कोई एक ग्रह उच्च राशि या नवांश में हो तो व्यक्ति आई.पी.एस. अधिकारी बनता है। ऊपर बताए गए योग सामान्य हैं। पूर्ण जानकारी के लिए अपनी जन्म कुंडली किसी विशेषज्ञ को दिखा लेना ही अधिक उपयुक्त रहेगा।