Edited By Sarita Thapa,Updated: 17 Nov, 2025 01:37 PM

शादी का कार्ड सिर्फ एक निमंत्रण पत्र नहीं होता, यह आपके नए सफर का पहला कदम और मेहमानों के लिए पहला इम्प्रेशन होता है। यह आपके आने वाले नए सफ़र का पहला सुंदर संदेश होता है।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Wedding Invitation Design Tips: शादी का कार्ड सिर्फ एक निमंत्रण पत्र नहीं होता, यह आपके नए सफर का पहला कदम और मेहमानों के लिए पहला इम्प्रेशन होता है। यह आपके आने वाले नए सफ़र का पहला सुंदर संदेश होता है। यह आपके प्रेम, परिवार की परंपरा और आपके विवाह की शैली को दर्शाता है। यह आपके मेहमानों के मन पर पड़ने वाला पहला और सबसे महत्वपूर्ण प्रभाव होता है। इसलिए, यह ज़रूरी है कि आपके कार्ड का डिज़ाइन, भाषा और विवरण हर पहलू से सटीक, आकर्षक और शुभ हो। निमंत्रण पत्र को सही मायनों में खास बनाने के लिए, कुछ महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना आवश्यक है। तो आइए जानते हैं कि शादी का कार्ड डिजाइन करते समय किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए।
सारी जानकारी हो स्पष्ट और सटीक रखें
शादी और अन्य सभी समारोहों की तारीख, समय और जगह बिल्कुल साफ़-साफ़ लिखें और वर-वधू, उनके माता-पिता और दादा-दादी के नाम सही अक्षर के साथ शामिल करें। साथ ही कार्ड का फॉर्मेट ऐसा रखें कि सारी जानकारी एक नज़र में आसानी से समझ आ जाए। गलतियों से बचने के लिए प्रिंटिंग से पहले हर विवरण की लिस्ट बनाकर डबल-चेक करें।
रंग और डिज़ाइन का चुनाव
वास्तु और परंपरा के अनुसार, लाल, पीला, केसरिया, गुलाबी और सुनहरा रंग सबसे शुभ माने जाते हैं, क्योंकि ये सौभाग्य और समृद्धि के प्रतीक हैं। काले, भूरे या ग्रे जैसे रंगों से बचना चाहिए। साथ ही डिज़ाइन पारंपरिक और आधुनिकता का सुंदर मिश्रण हो सकता है। यह आपकी शादी की थीम से मेल खाता हो तो और भी आकर्षक लगेगा।

धार्मिक और प्रतीकात्मक पहलू
कार्ड पर कोई शुभ मंत्र लिखवा सकते हैं। कमल के फूल जैसी शुभ आकृतियां भी शामिल की जा सकती हैं। कई मान्यताओं के अनुसार, कार्ड पर भगवान की तस्वीर छापने से बचना चाहिए, क्योंकि बाद में कार्ड कहीं भी फेंक दिए जाने पर उनका अनादर हो सकता है। इसके बजाय, आप कोई शुभ चिह्न या मंत्र लिख सकते हैं।
व्यक्तिगत स्पर्श
कार्ड को यादगार बनाने के लिए आप एक व्यक्तिगत संदेश जोड़ सकते हैं। एक विशेष रंग या अनोखी डिज़ाइन चुनकर कार्ड को अलग और आकर्षक बनाया जा सकता है।
