Edited By Manisha,Updated: 01 Dec, 2025 03:06 PM
सीरीज को लेकर स्टारकास्ट प्राजक्ता कोली, मनोज पाहवा, और आयशा रजा ने पंजाब केसरी, नवोदय टाइम्स, जगबाणी और हिंद समाचार की संवाददाता संदेश औलख शर्मा से खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश...
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। नेटफ्लिक्स पर एक नई वेब सीरीज 12 दिसंबर को रिलीज होने वाली है जिसका नाम है सिंगल पापा। सिंगल पापा की कहानी में कुणाल खेमू एक ऐसे पिता का किरदार निभा रहे हैं जो तलाक के बाद एक बच्चे को गोद ले लेता है। इसमें कुणाल खेमू के अलावा प्राजक्ता कोली, मनोज पाहवा, और आयशा रजा जैसे कलाकार मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। यह सीरीज एक कॉमेडी और इमोशनल फैमिली ड्रामा है। सीरीज को लेकर स्टारकास्ट प्राजक्ता कोली, मनोज पाहवा, और आयशा रजा ने पंजाब केसरी, नवोदय टाइम्स, जगबाणी और हिंद समाचार की संवाददाता संदेश औलख शर्मा से खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश...
मनोज पाहवा
सवाल: 'बैड्स ऑफ बॉलीवुड' की सफलता के बाद अब 'सिंगल पापा' में क्या नया या अलग देखने को मिलेगा?
जवाब: सीरीज़ फैमिली ड्रामा है लेकिन इसका सब्जेक्ट बहुत यूनिक है। सिंगल मदर्स पर बहुत कहानियां बनी हैं, पर सिंगल पापा पर शायद ही कभी। यहां एक युवा पुरुष है, जो खुद पिता बनना चाहता है ना कोई ट्रेजेडी, ना झगड़ा। बस उसकी इच्छा है कि वो पापा बने। कैसे परिवार रिएक्ट करता है, कैसे समाज ताने मारता है, कैसे एडॉप्शन को लेकर टैबू है इन सब पर बहुत सुंदर ढंग से बात की गई है। स्क्रिप्ट पढ़ते ही लगा ये करना चाहिए। ये एक बहुत अच्छी कहानी है जिसे लोग रिलेट कर पाएंगे। हमारे डायरेक्टर शशांक काफी अच्छी फिल्में बनाते हैं।
सवाल: आप 1994-95 से इंडस्ट्री में हैं। कॉमेडी का पूरा दौर बदल गया इन्फ्लुएंसर, स्टैंड-अप, सोशल मीडिया… इस बदलाव को कैसे देखते हैं?
मनोज पाहवा: देखिए हर फॉर्म अलग है जैसे सोशल मीडिया स्केच, इन्फ्लुएंसर कंटेंट। इसमें आप खुद जिम्मेदार है आप जो बनाते हैं लोग देखेंगे उनको पसंद आएगा। जिससे आपके फॉलोअर्स बढ़ जाते हैं। अब एक आता है स्टैंड-अप पुराने जॉनी लीवर से लेकर आज के पोलिटिकली अवेयर कॉमिक्स तक। हमारी ट्रेनिंग एक्टर की थी स्क्रिप्ट, कैरेक्टर, परफॉर्मेंस।
इसलिए मैं सोशल मीडिया या कॉमेडी शोज़ का हिस्सा नहीं बन पाता वो मेरा फॉर्म नहीं है। अच्छा लगता है कि अब ऑडियंस कलाकार को अलग-अलग रोल्स में एक्सेप्ट करती है सीरियस हो या कॉमिक।
सवाल: आपकी कॉमिक इमेज के कारण क्या कभी चुनौतियां आईं?
जवाब: हां। मुल्क के समय कई लोगों ने कहा कि मनोज पावा कॉमेडियन हैं, सीरियस रोल कैसे करेंगे? लेकिन निर्देशक अनुभव सिन्हा पर भरोसा था और मैंने साबित किया। अब ऑडियंस भी समझदार है वो एक्टर्स को अलग रूप में देखना पसंद करते हैं।
आयशा रज़ा
सवाल: हमने हमेशा सिंगल मदर्स को सीरियस, इमोशनल टोन में देखा है। लेकिन 'सिंगल पापा' बिल्कुल कॉमिक और लाइट है। क्या यह पैरेंटिंग पर नया नज़रिया है?
जवाब: बिल्कुल। एक मां का संघर्ष हम सिनेमा में हमेशा देखते हैं लेकिन एक बाप के नजरिये से पैरेंटिंग कैसी होती है ये कभी नहीं दिखाया गया। यहां एक लड़का है, जो सच में पिता बनना चाहता है यह इमोशन फिल्मों ने शायद ही कभी एक्सप्लोर किया हो। और कुणाल ने बच्चा और पिता का रिश्ता इतना खूबसूरती से निभाया है कि सेट पर ही मैजिक था स्क्रीन पर तो और भी अच्छा दिखेगा।
सवाल: सोशल मीडिया स्टार प्राजक्ता क्या आयशा और मनोज सर ने आपसे सोशल मीडिया टिप्स लिए?
जवाब: मैं सोशल मीडिया की बिल्कुल शौकीन नहीं थी। फोटो खिंचवाना भी पसंद नहीं था। मैंने प्राजक्ता से कहा कि मेरा सोशल मीडिया गेम टेरिबल है। उसने कहा कि खुद बनो, ट्रेंड फॉलो करना जरूरी नहीं। अब मैं अपने पेस पर, अपनी ऑथेंटिसिटी के साथ कर रही हूं और एंजॉय कर रही हूं। मेरा मंत्र बस इतना है महंगे कपड़े/स्टाइलिस्ट की जरूरत नहीं। खुद एक्सपेरिमेंट करो खुद फोटो लो वही असली अचीवमेंट है।
प्राजक्ता कोली
सवाल: आप Gen-Z और मिलेनियल की फेवरेट हैं। क्या आपका किरदार युवा दर्शकों को ध्यान में रखकर लिखा गया है?
जवाब: ओटीटी की खूबसूरती यही है आप जिस उम्र में हैं कैरेक्टर भी उसको उसी हिसाब से देखता है। नम्रता (मेरे किरदार) के रिश्तों की डायनामिक्स भाई के साथ दोस्ती, पिता से डर, मां से टकराव बहुत रिलेटेबल हैं। यह कोई टारगेटेड कंटेंट नहीं है बस एक बिल्कुल नियमित लड़की है यही सब उसे खूबसूरत बनाती है।
सवाल: सेट पर एक-दूसरे में कौन-सी क्वालिटी सबसे पसंद आई?
जवाब: मनोज सर की थोरोगनेस। हर सीन का पहले-बाद का कॉन्टेक्स्ट याद ये मेरे लिए एक्टिंग 101 जैसा था। यह एक मंझे हुए एक्टर हैं और इनसे मैंने बहुत कुछ भी है।