Updated: 25 Aug, 2025 11:46 AM

नेटफ्लिक्स की आगामी फिल्म Inspector Zende, जो 5 सितंबर को ग्लोबली रिलीज़ होने जा रही है।
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। सीसीटीवी और साइबर फॉरेंसिक के दौर से पहले मुंबई की सड़कों पर एक ऐसा इंस्पेक्टर था जो सिर्फ अपनी सूझबूझ, जज्बे और जुगाड़ से नामुमकिन लगने वाले केस सुलझा लेता था इंस्पेक्टर मधुकर झेंडे। इसी सच्ची कहानी से प्रेरित है नेटफ्लिक्स की आगामी फिल्म Inspector Zende, जो 5 सितंबर को ग्लोबली रिलीज़ होने जा रही है।
फिल्म में दिखाया गया है कैसे एक आम सा दिखने वाला पुलिसवाला, अपने तीखे दिमाग और ज़िद से देश के सबसे चालाक अपराधी ‘स्विमसूट किलर’ कार्ल भोजराज को दो बार पकड़ता है एक ऐसा अपराधी जो दो बार पुलिस की पकड़ से भाग चुका था।
इस किरदार में जान डालते नजर आएंगे मनोज बाजपेयी, जो इंस्पेक्टर झेंडे की भूमिका निभा रहे हैं। वहीं कार्ल भोजराज के रोल में हैं जिम सर्भ, जो अपने आकर्षक लेकिन खतरनाक अंदाज़ में झेंडे को चुनौती देते हैं। फिल्म में सचिन खेडेकर, भालचंद्र कदम, हरीश दूधाड़े, ओंकार राऊत, भारत सवाले और नितिन भजन जैसे कलाकार झेंडे की टीम के रूप में दिखाई देंगे, जबकि गिरीजा ओक और वैभव मंगले अहम भूमिकाओं में हैं।
फिल्म का ट्रेलर हाल ही में रिलीज़ हुआ है, जो एक नॉस्टैल्जिक, तेज़-तर्रार और दिलचस्प चेज़ की झलक देता है एक ऐसा केस जो मुंबई से लेकर गोवा तक फैला और जिसने भारतीय अपराध इतिहास को बदल कर रख दिया।
फिल्म के बारे में बात करते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा,इंस्पेक्टर झेंडे की कहानी मुझे इसलिए खास लगी क्योंकि वो शोहरत के पीछे नहीं भागे वो सिर्फ अपना काम कर रहे थे और उसी में उन्होंने एक कुख्यात अपराधी को दो बार पकड़ लिया। उनकी बहादुरी, ह्यूमर और मुंबईया ठाठ ने मुझे बहुत आकर्षित किया। जब उनसे मिला तो ऐसा लगा जैसे कोई किस्सों की किताब खुल गई हो।"
निर्देशक चिन्मय डी. मंडलेकर ने कहा, झेंडे की असली जिंदगी की कहानी में वो सब था जो एक थ्रिलर फिल्म को चाहिए एक धाकड़ पुलिसवाला, एक चालाक विलेन और 80-90 के दशक का वह मुंबई जो आज सिर्फ यादों में रह गया है। फिल्म में वो छोटे-छोटे पल भी दिखाए गए हैं जो इस केस को और खास बनाते हैं।
नेटफ्लिक्स पर 5 सितंबर को रिलीज़ हो रही Inspector Zende एक ऐसे हीरो की कहानी है, जिसे भुला दिया गया था लेकिन अब उसकी हकीकत दुनिया देखेगी।