Edited By Mehak,Updated: 17 Nov, 2025 04:07 PM

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने मानवता के विरुद्ध अपराधों का दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई है। इसके साथ ही उनकी संपत्ति को लेकर 2025 में बहस तेज हो गई है। उनके पिछले हलफनामों के अनुसार संपत्ति...
इंटरनेशनल डेस्क :ढाका से बड़ी खबर सामने आई है, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने मानवता के विरुद्ध अपराधों का दोषी करार देते हुए सोमवार को फांसी की सजा सुनाई है। यह फैसला उन घटनाओं से जुड़ा है, जो पिछले साल छात्र-नेतृत्व वाले प्रदर्शनों और राजनीतिक अस्थिरता के दौरान सामने आई थीं। इन विरोधों ने अवामी लीग सरकार को लगभग गिरने की स्थिति में पहुंचा दिया था।
शेख हसीना की संपत्ति को लेकर नई बहस
सजा के फैसले के बाद एक बार फिर शेख हसीना की संपत्ति पर चर्चा तेज हो गई है। 2025 में उनके आर्थिक विवरण को लेकर सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि चुनावी हलफनामों और मीडिया रिपोर्टों के बीच बड़ा अंतर दिखाई देता है।
- आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति कुछ करोड़ बांग्लादेशी टका बताई गई थी।
- कुछ मीडिया रिपोर्टें दावा करती हैं कि उनकी कुल संपत्ति सैकड़ों करोड़ रुपये के बराबर हो सकती है।
इस अंतर को लेकर राजनीतिक बहस तेज हो गई है और जनता भी असल आंकड़े जानने को लेकर उत्सुक है।
हलफनामे में क्या था?
पिछले चुनाव में जमा किए गए हलफनामे के मुताबिक:
- उनकी कुल संपत्ति करीब 4.36 करोड़ बांग्लादेशी टका थी।
- उनकी नियमित आय में खेती, कृषि कार्य और मछली पालन का बड़ा योगदान था।
- इसके अलावा उनके पास फिक्स्ड डिपॉजिट, सेविंग बॉन्ड और अन्य वित्तीय निवेश भी शामिल थे।
इन आंकड़ों के आधार पर उनकी घोषित संपत्ति सीमित दिखाई देती है।
मीडिया रिपोर्टों में बड़ा अंतर
विश्लेषकों और कुछ रिपोर्टों का दावा है कि शेख हसीना की वास्तविक संपत्ति इससे काफी अधिक हो सकती है। अनुमान है कि—
- उनकी कुल संपत्ति लगभग 50 करोड़ रुपये (भारतीय मुद्रा में) तक हो सकती है।
- इसमें उनके परिवार से जुड़े कारोबार, कपड़ा उद्योग, बैंकिंग, टेलीकॉम और निजी निवेश की संभावित आय शामिल की गई है।
हालांकि इन दावों के समर्थन में आधिकारिक दस्तावेज सामने नहीं आए हैं।
2025 के आंकड़ों का इंतजार
अभी तक शेख हसीना की ओर से कोई नया संपत्ति विवरण जारी नहीं किया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि निवेश और आय में बढ़ोतरी के चलते उनकी संपत्ति पिछले वर्षों की तुलना में बढ़ी हो सकती है।