Edited By Tanuja,Updated: 19 Feb, 2024 03:19 PM
पाकिस्तान के आम चुनाव के 10 दिन बाद भी किस पार्टी की सरकार बनेगी और कौन प्रधानमंत्री बनेगा को लेकर असमंजस जारी है। नवाज शरीफ की...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के आम चुनाव के 10 दिन बाद भी किस पार्टी की सरकार बनेगी और कौन प्रधानमंत्री बनेगा को लेकर असमंजस जारी है। नवाज शरीफ की पार्टी PMLN के अलावा बिलावल भुट्टो की पार्टी PPP भी सत्ता हथियाने के लिए जोड़ तोड़ में लगी है पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) के साथ गठबंधन किया है। 8 फरवरी को हुए चुनाव के बाद दोनों दलों में ज्यादा सीटें पीएमएलएन को मिली हैं।
PML-N ने नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ को पीएम बनाने का फैसला किया है लेकिन इस बीच PPP के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने बड़ा दांव चलते हुए रविवार को घोषणा की कि वह PM नहीं बनना चाहते लेकिन उनके पिता आसिफ अली जरदारी राष्ट्रपति पद के लिए पीपीपी के उम्मीदवार होंगे। उन्होंने कसम खाई कि पूर्व राष्ट्रपति जरदारी देश में एकता लाएंगे और नागरिकों के सामने आने वाले गंभीर मुद्दों का समाधान करेंगे। एक रैली में उन्होंने 'नफरत की आग' बुझाने और देश की एकता की रक्षा करने में आसिफ अली जरदारी की भूमिका पर जोर दिया। बिलावल ने यह भी कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठने मरे नहीं जा रहे थे।
बिलावल ने चुनाव परिणामों और धांधली के आरोपों के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा, 'सभी दलों को अपने बारे में छोड़कर पाकिस्तान का भला देखना चाहिए।' बिलावल ने कहा, 'हमारा लक्ष्य लोगों, विशेषकर बलूचिस्तान और सिंध में बाढ़ पीड़ितों के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटना है।' बिलावल ने कहा, 'मुझसे कहा गया था कि पीएमएल-एन पहले तीन साल के लिए अपना पीएम बनाएगी और फिर अगले दो वर्षों के लिए मैं पीएम बनूं, लेकिन मैंने इंकार कर दिया। हम अपने नहीं बल्कि लोगों के लिए काम करते हैं।' दरअसल बिलावल के पिता आसिफ अली जरदारी चाहते थे कि वह पीएम बनें। अब भले ही बिलावल पीएम न बने हों, लेकिन उन्होंने अपने पिता को राष्ट्रपति बनाने की ठान ली है।