Edited By Tanuja,Updated: 05 Jun, 2023 11:49 AM

नेपाल में पिछले दशक में हिंदुओं और बौद्धों की जनसंख्या आंशिक रूप से घटी है जबकि मुसलमानों एवं ईसाइयों की जनसंख्या मामूली रूप से बढ़ी है।...
काठमांडू: नेपाल में पिछले दशक में हिंदुओं और बौद्धों की जनसंख्या आंशिक रूप से घटी है जबकि मुसलमानों एवं ईसाइयों की जनसंख्या मामूली रूप से बढ़ी है। देश की जनगणना रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है। केंद्रीय जनसांख्यिकी ब्यूरो द्वारा शनिवार को जारी 2021 की एक जनगणना रिपोर्ट के अनुसार 81.19 प्रतिशत हिंदू होने के साथ ही नेपाल में हिंदुत्व प्रमुख धर्म है। देश में 2,36,77,744 लोग हिंदू हैं जबकि 23,94,549 लोग बौद्ध है।
देश में बौद्ध धर्म सबसे ज्यादा माना जाने वाला दूसरा धर्म है और बौद्ध धर्मावलंबी 8.2 फीसद हैं। नेपाल में 14,83,060 लोग इस्लाम को मानने वाले हैं और वे कुल जनसंख्या का 5.09 प्रतिशत हैं। यह सबसे अधिक माने जाने वाला तीसरा बड़ा धर्म है। जनगणना रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दशक में हिंदुओं और बौद्धों की जनसंख्या आंशिक रूप से कम हुई है जबकि मुसलमानों, ईसाइयों और किरात की जनसंख्या मामूली रूप से बढ़ गयी है।
पिछले दस सालों में हिंदुओं और बौद्धों की संख्या क्रमश: 0.11 फीसद और 0.79 प्रतिशत घटी जबकि मुसलमानों , किरातों एवं ईसाइयों की संख्या क्रमश: 0.69, 0.17 और 0.36 फीसद बढ़ी। 2011 की जनगणना के अनुसार देश में 81.3 प्रतिशत हिंदू, नौ प्रतिशत बौद्ध, 4.4 प्रतिशत मुसलमान, 3.1 प्रतिशत कीरत, और 0.1 प्रतिशत ईसाई थे।