Edited By Radhika,Updated: 19 Dec, 2025 03:46 PM

बांग्लादेश के मैमनसिंह जिले के भालुका में गुरुवार रात Mob Lynching का एक भयानक मामला सामने आया है। यहां पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी के आरोप में गुस्साई भीड़ ने एक हिंदू मिल मजदूर दीपू चंद्र दास, की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
नेशनल डेस्क: बांग्लादेश के मैमनसिंह जिले के भालुका में गुरुवार रात Mob Lynching का एक भयानक मामला सामने आया है। यहां पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी के आरोप में गुस्साई भीड़ ने एक हिंदू मिल मजदूर दीपू चंद्र दास, की पीट-पीटकर हत्या कर दी। यह घटना रात करीब 9:15 बजे पायनियर निटवेयर्स फैक्ट्री के बाहर हुई, जहाँ 2,000 से अधिक लोगों की भीड़ ने पुलिस बल को पीछे धकेलते हुए युवक को मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद आक्रोशित भीड़ ने न केवल शव को ढाका-मैमनसिंह हाईवे पर घसीटा, बल्कि उसे डिवाइडर पर लटकाकर आग के हवाले कर दिया। अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने इस क्रूरता की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है।
<
>
फैक्ट्री के गेट से हाईवे तक मौत का तांडव
घटना की शुरुआत तब हुई जब फैक्ट्री के अंदर काम करने वाले दीपू चंद्र पर अपने एक सहयोगी के साथ बहस के दौरान धार्मिक टिप्पणी करने का आरोप लगा। यह खबर जंगल की आग की तरह फैली और देखते ही देखते हजारों की भीड़ ने फैक्ट्री को घेर लिया। मौके पर मौजूद पुलिस ने दीपू को बचाने की कोशिश की, लेकिन हिंसक भीड़ के हमले के सामने उन्हें पीछे हटना पड़ा। भीड़ ने फैक्ट्री का गेट तोड़कर दीपू को बाहर निकाला और उसे तब तक पीटा जब तक उसकी जान नहीं चली गई।

हैवानियत यहीं नहीं रुकी। भीड़ ने मृतक के शव को नग्न अवस्था में हाईवे पर घसीटा और उसे सड़क के बीचों-बीच लगे डिवाइडर के पेड़ से लटका दिया। लगभग दो घंटे तक भीड़ ने शव के चारों ओर जश्न मनाया और नारेबाजी की। रात करीब 11:15 बजे प्रदर्शनकारियों ने लटके हुए शव पर केरोसिन डालकर आग लगा दी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना और पुलिस के अतिरिक्त जवानों ने मोर्चा संभाला और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
'नया बांग्लादेश' और सरकार का रुख
मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक बयान में इस घटना को "नया बांग्लादेश" की छवि पर दाग बताया है। सरकार ने साफ किया कि अराजकता फैलाने वालों और सांप्रदायिक नफरत को बढ़ावा देने वाली ताकतों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि लोकतांत्रिक बदलाव की प्रक्रिया में बाधा डालने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात है और स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है।