Edited By Tanuja,Updated: 17 Apr, 2018 03:27 PM
ब्रिटेन में पूर्व जासूस पर नर्व एजैंट हमले को लेकर सात अग्रणी औद्योगिक देशों के समूह G7 के विदेश मंत्रियों ने आज (17 अप्रैल) को रूस से कहा कि वह इस मामले में जवाब देकर खुद को बेदाग साबित करे..
लंदनः ब्रिटेन में पूर्व जासूस पर नर्व एजैंट हमले को लेकर सात अग्रणी औद्योगिक देशों के समूह G7 के विदेश मंत्रियों ने आज रूस से कहा कि वह इस मामले में जवाब देकर खुद को बेदाग साबित करे। उन्होंने इस हमले को ‘‘सभी के लिए खतरा’’ बताया।
उन्होंने एक संयुक्त बयान में कहा कि रूस सालिसबरी में घटना से संबंधित सभी सवालों के तुरंत जवाब दें। जी 7 राष्ट्रों ने रूस से अनुरोध किया कि वह अंतर्राष्ट्रीय कर्त्तव्यों के अनुसार ओपीसीडब्ल्यू को अपने अघोषित नोविचोक कार्यक्रम का खुलासा करें। नोविचोक जानलेवा रासायनिक पदार्थों का मिश्रण है जिसे 1970 और 1980 के दशक में सोवियत सरकार ने विकसित किया था।
पश्चिमी देशों ने ब्रिटेन के समर्थन में रूस के खिलाफ समन्वित कार्रवाई करते हुए उसके 150 से अधिक राजनयिकों को निष्कासित कर दिया और रूस ने भी ऐसी ही जवाबी कार्रवाई की जिसके बाद जी 7 देशों का बयान आया है। ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमरीका के विदेश मंत्रियों के साथ-साथ यूरोपीय संघ ने कहा कि वे सालिसबरी में हमले की सख्त लहजे में निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि वे ब्रिटेन के इस अनुमान से सहमत है कि इस हमले के पीछे रूस का हाथ होने की प्रबल आशंका है।
इंग्लैंड के सालिसबरी शहर में चार मार्च को पूर्व डबल एजेंट सर्गेइ स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया एक बेंच पर गंभीर हालत में मिले थे। ब्रिटेन ने इस हमले के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया था, लेकिन रूस ने किसी तरह की संलिप्तता से इंकार कर दिया। इस विवाद से राजनयिकों के निष्कासन का सिलसिला शुरू हो गया और रूस तथा पश्चिमी देशों के बीच तनाव पैदा हो गया ।