Edited By Tanuja,Updated: 14 Nov, 2022 06:28 PM
ऑस्ट्रेलिया में पगड़ी पहनने और दाढ़ी रखने को लेकर जातिगत टिप्पणियों का सामना करने वाले भारतीय मूल के सिख स्वयंसेवक को बाढ़, जंगल की आग,...
मेलबर्न:ऑस्ट्रेलिया में पगड़ी पहनने और दाढ़ी रखने को लेकर जातिगत टिप्पणियों का सामना करने वाले भारतीय मूल के सिख स्वयंसेवक को बाढ़, जंगल की आग, सूखे और वैश्विक महामारी के दौरान समुदाय की मदद करने के लिए ‘2023 न्यू साउथ वेल्स ऑस्ट्रेलियन ऑफ द ईयर अवार्ड' से सम्मानित किया गया है। न्यू साउथ वेल्स सरकार ने उन्हें ‘स्थानीय नायक' की श्रेणी में यह पुरस्कार दिया, जिसकी घोषणा तीन नवंबर को की गई थी। यह पुरस्कार देश की सेवा के महत्व के साथ-साथ समुदाय के सदस्यों की उपलब्धियों को रेखांकित करता है। भारतीय मूल के सिख अमर सिंह (41) ने सात साल पहले ‘टर्बन्स 4 ऑस्ट्रेलिया' की स्थापना की थी।
यह एक परमार्थ संगठन है जो प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित, विस्थापित और परेशानियों का सामना करने रहे लोगों की मदद करता है। न्यू साउथ वेल्स सरकार की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, बहुसंस्कृतिवाद और सामाजिक एकता की वकालत करने वाले सिंह को पगड़ी पहनने और दाढ़ी रखने को लेकर जातिगत टिप्पणियों का सामना करना पड़ा था। विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘ 41 वर्षीय सिंह का मानना है कि दूसरों की मदद करते समय धर्म, भाषा या सांस्कृतिक पृष्ठभूमि आड़े नहीं आनी चाहिए।''
विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘ वेस्टर्न सिडनी में ‘टर्बन्स 4 ऑस्ट्रेलिया' ने खाद्य संकट का सामना कर रहे लोगों को भोजन तथा अन्य सामान के 450 पैकेट दिए गए। सूखे की मार झेल रहे किसानों को सूखी घास दी गई, लिस्मोर में बाढ़ प्रभावित लोगों तथा दक्षिणी तट पर जंगल में लगी आग से प्रभावित लोगों को आवश्यक सामान मुहैया कराया गया और कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान पृथक-वास में रह रहे लोगों व अन्य को खाद्य पदार्थ के पैकेट दिए गए।'' समाचार पोर्टल ‘एसबीएसडॉटकॉमडॉटएयू' ने सिंह के हवाले से कहा, ‘‘ मैं अपनी टीम के सभी स्वयंसेवकों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिन्होंने दिन-रात कड़ी मेहनत की इस उपलब्धि का पूरा श्रेय उन्हीं को जाता है।''