Edited By Tanuja,Updated: 03 Aug, 2025 12:01 PM

ईरान अपनी अंतरिक्ष और मिसाइल तकनीक को बढ़ावा देने के लिए अब अपने स्वदेशी रूप से विकसित सिमोर्ग रॉकेट का उपयोग करके नाहिद-2 दूरसंचार उपग्रह के दूसरे मॉडल को प्रक्षेपित करने की योजना बना रहा...
International Desk: ईरान अपनी अंतरिक्ष और मिसाइल तकनीक को बढ़ावा देने के लिए अब अपने स्वदेशी रूप से विकसित सिमोर्ग रॉकेट का उपयोग करके नाहिद-2 दूरसंचार उपग्रह के दूसरे मॉडल को प्रक्षेपित करने की योजना बना रहा है। ईरानी अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख हसन सलारिह ने कहा, ‘‘अंतिम समायोजन के बाद दूसरे नाहिद-2 को सिमोर्ग रॉकेट से प्रक्षेपित किया जाएगा।'' ‘‘हमारे पास स्वयं प्रक्षेपण करने की आंतरिक क्षमता है।'' नाहिद-2 के वर्तमान संस्करण को पिछले हफ़्ते रूस के वोस्तोचनी कॉस्मोड्रोम से एक बहु-पेलोड मिशन के तहत कक्षा में प्रक्षेपित किया गया था।
ईरान इंटरनेशनल के अनुसार, ईरानी अंतरिक्ष प्रमुख ने रॉकेट की क्षमताओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सिमोर्ग रॉकेट 300 किलोग्राम तक के उपग्रहों को निचली कक्षाओं में ले जा सकता है, जिससे यह पुष्टि होती है कि तेहरान सरीर और सोरौश श्रेणी के भारी प्रक्षेपण यान भी विकसित कर रहा है, जिन्हें बड़े पेलोड के लिए डिज़ाइन किया गया है। ईरान द्वारा विकसित क़ैम-100 प्रक्षेपक भी 100 किलोग्राम तक भार ले जा सकता है और इसका उपयोग पिछले साल सोरया उपग्रह के प्रक्षेपण में किया गया था।
सलारिह ने बताया कि तेहरान दक्षिण-पूर्वी ईरान में चाबहार अंतरिक्ष अड्डे के विस्तार पर भी नज़र गड़ाए हुए है। उन्होंने कहा कि इससे देश को व्यापक कक्षाओं तक पहुँच मिलेगी और विदेशी प्रक्षेपण सुविधाओं पर निर्भरता कम होगी।उन्होंने कहा, ‘‘चाबहार के साथ, हम पूरे वर्ष में घरेलू और अंतररष्ट्रीय दोनों विकल्पों का उपयोग करके अधिक प्रक्षेपण कर पाएँगे।''