Edited By Tanuja,Updated: 13 Nov, 2025 05:54 PM

वेस्ट बैंक के दीर इस्तिया कस्बे में इजराइली बस्तीवासियों ने एक फिलीस्तीनी मस्जिद में आग लगाकर कुरान की प्रतियां जला दीं और दीवारों पर नफरत भरे संदेश लिखे। घटना फलस्तीनियों पर हमलों की निंदा के बाद हुई। नेतन्याहू चुप हैं, जबकि अमेरिका ने बढ़ती हिंसा...
International Desk: इजराइली बस्ती में रहने वाले लोगों ने वेस्ट बैंक के मध्य एक फिलीस्तीनी गांव में एक मस्जिद को देर रात आग लगा दी और उसे विरूपित कर दिया तथा विरोध स्वरूप मस्जिद की दीवारों पर नफरत भरे संदेश भी लिखे। कुछ इजराइली नेताओं ने बस्ती में रहने वाले लोगों द्वारा फलस्तीन के नागरिकों पर हाल ही में किए गए हमलों की निंदा की थी, जिसके एक दिन बाद यह घटना हुई। बृहस्पतिवार को जब ‘एपी' का एक पत्रकार फलस्तीन के डेर इस्तिया शहर स्थित मस्जिद में पहुंचा तो वहां की एक दीवार और कुरान की कम से कम तीन प्रतियां व कुछ कालीन जला दिए गए थे।
मस्जिद के एक तरफ ‘हमें डर नहीं है', ‘हम फिर से बदला लेंगे' और ‘निंदा करते रहो' जैसे संदेश लिखे थे। हिब्रू में लिखी इस लिपि को समझना मुश्किल है और ऐसा लग रहा है कि यह सेना की मध्य कमान के प्रमुख मेजर जनरल एवी ब्लुथ के बारे में थी, जिन्होंने बुधवार को हिंसा की निंदा की थी। इस तरह के हमलों ने शीर्ष अधिकारियों, सैन्य नेताओं और ट्रंप प्रशासन की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर कोई टिप्पणी नहीं की है। इजराइली सेना के सैनिक घटनास्थल पर मौजूद थे लेकिन उन्होंने टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वेस्ट बैंक में जो कुछ हो रहा है उसे लेकर चिंता है और इसके प्रभाव गाजा में हमारे प्रयासों को कमजोर कर सकते हैं।