Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 01 Sep, 2025 12:19 PM

चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन समिट के बाद प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की महत्वपूर्ण बैठक हुई। पुतिन ने कहा कि भारत-रूस के रिश्ते सिद्धांतों पर आधारित हैं और मजबूत होते रहेंगे। दोनों नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सुरक्षा जैसे...
इंटरनेशनल डेस्क: चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच खास मुलाकात हुई। इस बैठक को दोनों देशों के बीच बढ़ते हुए मजबूत रिश्तों का प्रतीक माना जा रहा है। पुतिन ने मोदी से मिलकर खुशी जताई और कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध सिद्धांतों पर आधारित हैं और भविष्य में और मजबूत होंगे। इस समय जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई दबाव बना रहे हैं, ऐसे में यह बैठक और भी महत्वपूर्ण हो गई है। पुतिन ने बैठक के दौरान बताया कि दोनों देश अंतरराष्ट्रीय मामलों में अपने कदमों को मिलाकर चलते हैं। उन्होंने कहा कि भारत और रूस की दोस्ती सिर्फ राजनयिक नहीं, बल्कि गहरी सोच और साझा हितों पर आधारित है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस मुलाकात में रूस के साथ संबंधों को मजबूत करने की इच्छा जाहिर की। दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा, और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान यह बात भी सामने आई कि भारत-रूस सहयोग विश्व स्तर पर शांति और विकास को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएगा। यह बैठक ऐसे समय में आई है जब वैश्विक राजनीति में कई चुनौतियां हैं, इसलिए मोदी-पुतिन की यह चर्चा दोनों देशों के लिए नई दिशा देने वाली साबित होगी।