Edited By Radhika,Updated: 09 Mar, 2024 11:19 AM
पाकिस्तानी अदालत ने 22 वर्षीय स्टूडेंट को मौत की सज़ा दी गई है। स्टूडेंट को कथित तौर पर व्हाट्सएप पर ईशनिंदा वाले मैसेज भेजने के आरोप में सजा सुनाई गई है। इसमें पैगंबर मोहम्मद और उनकी पत्नियों के बारे में आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो शामिल थे।
नेशनल डेस्क: पाकिस्तानी अदालत ने 22 वर्षीय स्टूडेंट को मौत की सज़ा दी गई है। स्टूडेंट को कथित तौर पर व्हाट्सएप पर ईशनिंदा वाले मैसेज भेजने के आरोप में सजा सुनाई गई है। इसमें पैगंबर मोहम्मद और उनकी पत्नियों के बारे में आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो शामिल थे। वहीं उनकी पत्नियों के बारे में आपत्तिजनक बातें भी कहीं गई थी।
17 साल के नाबालिग को भी उम्रकैद-
इस मामले में 17 साल के नाबालिग लड़के को भी उम्रकैद की सज़ा सुनाई गई थी। उन्होंने "मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से" ईशनिंदा कंटेट शेयर किए थे। कंटेट शेयर करने वाले शख्स को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दोनों ने आरोपों से इनकार किया था और उनके वकीलों ने तर्क दिया कि उन्हें "झूठे मामले में फंसाया गया" था। शिकायतकर्ता का आरोप है कि उसे तीन अलग-अलग मोबाइल फोन नंबरों से वीडियो और तस्वीरें मिली थीं।
पाकिस्तान में ईशनिंदा की सजा मौत-
जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान में ईशनिंदा की सजा मौत है। ब्रिटिश काल के दौरान ईशनिंदा के खिलाफ कानून बनाया गया था।