Edited By Tanuja,Updated: 14 Aug, 2021 02:18 PM
अफगानिस्तान में अधिकतर शहरों पर तालिबान अपना कब्जा जमा चुके है तो वहीं दूसरी तरफ वह महिलाओं को जबरदस्ती आतंकियों साथ शादी करने के लिए मजबूर कर ...
इंटरनेशनल डेस्कः अफगानिस्तान में अधिकतर शहरों पर तालिबान अपना कब्जा जमा चुके है तो वहीं दूसरी तरफ वह महिलाओं को जबरदस्ती आतंकियों साथ शादी करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। तालिबान लड़ाकों ने हाल के दिनों में एक दर्जन से अधिक प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान की तरफ से कब्जा किए गए इलाकों में वे सैनिकों को फांसी पर लटका रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ आम नागरिकों पर हमले कर रहे हैं। काबुल में घुस रहे अफगानों और तालिबान के कब्जे वाले इलाकों में रहने वालों का कहना है कि उन्होंने नागरिकों पर अकारण हमले और पकड़े गए सैनिकों को मौत के घाट उतारते हुए देखा है।
उन लोगों का कहना है कि तालिबान ने मांग की है कि समुदाय लड़कियों को आतंकवादियों की "पत्नियों" बनने के लिए उन्हें दे दें। द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने गुरुवार को रिपोर्ट करते हुए कहा कि मानवाधिकार समूहों का कहना है कि यह यौन हिंसा का एक रूप है। तालिबान ने दक्षिण अफगानिस्तान में तीन और प्रांतीय राजधानियों पर नियंत्रण कर लिया है जिसमें हेलमंद प्रांत भी शामिल है। तालिबान धीरे-धीरे राजधानी काबुल में सरकार की घेराबंदी के प्रयास के तहत आगे बढ़ रहा है। हेलमंद की प्रांतीय राजधानी लश्करगाह अफगानिस्तान सरकार के हाथों से फिसल गयी है।
लगभग दो दशक के युद्ध के दौरान सैकड़ों की संख्या में विदेशी सैनिक वहां मारे गए थे। ऐसे में जब अमेरिका कुछ सप्ताह बाद अपने आखिरी सैनिकों को वापस बुलाने वाला है तालिबान ने देश के दो-तिहाई से अधिक क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। हेलमंद में प्रांतीय परिषद के प्रमुख अताउल्लाह अफगान का कहना है कि तालिबान ने भारी लड़ाई के बाद प्रांतीय राजधानी लश्करगाह पर कब्जा कर लिया और सरकारी प्रतिष्ठानों पर अपना सफेद झंडा फहरा दिया है। उन्होंने कहा कि लश्करगाह के बाहर स्थित राष्ट्रीय सेना के तीन ठिकाने सरकार के नियंत्रण में हैं। ज़ाबुल प्रांत में प्रांतीय परिषद के प्रमुख अत्ता जान हकबायन ने कहा कि राजधानी कलात तालिबान के नियंत्रण में चली गई है और अधिकारी पास के एक सैन्य शिविर में हैं और वे वहां से निकलने की तैयारी कर रहे हैं।