Edited By Tanuja,Updated: 20 Oct, 2021 05:03 PM
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने तालिबान पर निशाना साधते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मान्यता प्राप्त करने से पहले ...
इंटरनेशनल डेस्कः अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने तालिबान पर निशाना साधते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मान्यता प्राप्त करने से पहले उनकी सरकार को अपने देश में ही यानि राष्ट्रीय स्तर पर वैधता लेने की आवश्यकता है। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, वॉयस ऑफ अमेरिका (वीओए) के साथ एक साक्षात्कार में करजई ने तालिबान को सलाह दी है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता हासिल करने के लिए उसे पहले देश के लोगों का प्यार जीतना होगा। उन्होंने कहा कि तालिबान को चुनावों के जरिये या लोया जिरगा (एक राष्ट्रीीय भव्य सभा) आयोजित करके राष्ट्रीय वैधता हासिल करना चाहिए।
करजई ने यह भी कहा कि इस्लामी अमीरात के पास देश चलाने के लिए एक संविधान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि तालिबान को समझना चाहिए कि अंतरराष्ट्रीय मान्यता से पहले राष्ट्रीय वैधता महत्वपूर्ण हैं। इसके लिए काम करना चाहिए और अफगानिस्तान के संविधान को लागू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय वैधता या तो चुनावों के माध्यम से अथवा लोया जिरगा आयोजित करके हासिल की जा सकती है। करजई ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को काबुल के आंतरिक मामलों में दखल नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह अफगानिस्तान का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकता है जबकि पाक इन दिनों इस तरह से बोलता है जैसे कि वह हमारा प्रतिनिधित्व करता है।
अफगानिस्तान के पत्रकार संघ ने देश के मीडिया का समर्थन करने और मीडिया की आजादी के लिए खड़े होने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठनों से कहा है कि यहां सरकारी विभागों में प्रवक्ताओं की नियुक्ति के बाद भी सूचनाओं की पहुंच में कमी है। उन्होंने इस्लामी अमीरात के अधिकारियों से पत्रकारों की समस्याओं के समाधान के लिए कदम उठाने की अपील भी की। टोलो न्यूज ने बताया कि सूचना तक पहुंच को बाधा बताते हुए पत्रकारों ने इसकी शिकायत की है। हालांकि सूचना व संस्कृति उपमंत्री जबीउल्लाह मुजाहिद ने स्पष्ट किया कि सभी विभागों में नियुक्त प्रवक्ता अपने बुनियादी प्रशिक्षण के बाद संवाद शुरू कर देंगे।