Edited By Tanuja,Updated: 12 Sep, 2019 02:14 PM
सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्केया को लेकर तुर्की ने एक अहम् राज खोला है । तुर्की के अखबार सबा ने खशोगी के अंतिम पलों की बातचीत का ब्योरा प्रकाशित किया है...
दुबईः सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्केया को लेकर तुर्की ने एक अहम् राज खोला है । तुर्की के अखबार सबा ने खशोगी के अंतिम पलों की बातचीत का ब्योरा प्रकाशित किया है। अखबार ने आडियो रिकार्डिग के हवाले से दावा किया है कि सऊदी सरकार के मुखर आलोचक और वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार खशोगी की हत्या बैग से मुंह दबाकर की गई थी। पिछले साल दो अक्टूबर को इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में खशोगी की हत्या कर दी गई थी।
अखबार का कहना है कि यह रिकार्डिग दूतावास के अंदर की है और उसे तुर्की के अधिकारियों ने बरामद किया था। इसमें कथित तौर पर खशोगी की आखिरी बातें रिकार्ड हो गई थीं। अखबार के अनुसार, खशोगी की हत्या के लिए आई सऊदी टीम में एक फोरेंसिक विशेषज्ञ भी था। यह विशेषज्ञ वाणिज्य दूतावास में खशोगी के पहुंचने से पहले उन्हें बलि का जानवर बता रहा था। खशोगी के दूतावास पहुंचते ही उन्हें बताया गया कि इंटरपोल के आदेश के चलते उन्हें सऊदी अरब की राजधानी रियाद जाना होगा।
उन्होंने इस आदेश को मानने से इन्कार कर दिया और तुरंत अपने बेटे को मैसेज किया। इसके बाद उन्हें नशीला पदार्थ खिला दिया गया था। अखबार के मुताबिक, खशोगी के आखिरी शब्द थे कि उनका मुंह बंद ना किया जाए क्योंकि उन्हें अस्थमा है। इस रिकार्डिग में फोरेंसिक विशेषज्ञ द्वारा खशोगी के शव के टुकड़े किए जाने की भी जानकारी है।
खशोगी की मौत पर विरोधाभासी जानकारियां देने के लिए सऊदी शासन की काफी आलोचना हुई थी। बाद में सऊदी सरकार ने इस हत्या के लिए कुछ बदमाशों को दोषी ठहराया और 11 लोगों को आरोपित बनाया। अमेरिकी की खुफिया एजेंसी CIA समेत कई अन्य एजेंसियों ने इस हत्या में सऊदी प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान का हाथ होने का दावा किया है। सऊदी सरकार इस दावे को खारिज करती रही है।