Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 07 Aug, 2025 07:41 AM

मध्यप्रदेश में बीते कुछ दिनों से बारिश का दौर थमा हुआ है जिससे लोगों को भले ही राहत मिली हो लेकिन उमस और गर्मी ने सभी को परेशान कर दिया है। मौसम विभाग की मानें तो अगले तीन दिन यानी 8 अगस्त से 10 अगस्त तक प्रदेश में भारी बारिश की संभावना नहीं है। इस...
नेशलन डेस्क: मध्यप्रदेश में बीते कुछ दिनों से बारिश का दौर थमा हुआ है जिससे लोगों को भले ही राहत मिली हो लेकिन उमस और गर्मी ने सभी को परेशान कर दिया है। मौसम विभाग (IMD) की मानें तो अगले तीन दिन यानी 8 अगस्त से 10 अगस्त तक प्रदेश में भारी बारिश की संभावना नहीं है। इस दौरान मौसम लगभग साफ रहेगा और धूप के साथ नमी का असर लोगों को बेचैन कर सकता है। अभी मानसून का सिस्टम कमजोर पड़ गया है जिसकी वजह से प्रदेशभर में बारिश की गतिविधियां थमी हुई हैं। राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में बीते पांच दिनों से ठीक-ठाक बारिश नहीं हुई है। इस कारण तापमान में इज़ाफा देखा जा रहा है और दिनभर की चिलचिलाती धूप के बाद उमस लोगों को बेहाल कर रही है।
गर्मी का असर: पारा चढ़ा 30 डिग्री के पार
पिछले पांच दिनों से शहर में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। बरसात न होने के कारण वातावरण में नमी तो बनी हुई है लेकिन ठंडक नहीं है जिससे लोग पसीने-पसीने हो रहे हैं। यह स्थिति खासतौर पर दोपहर के समय ज्यादा तकलीफ देती है।
इस बार बारिश का ग्राफ पिछली बार से कम
पिछले साल अगस्त की शुरुआत में ही झमाझम बारिश देखने को मिली थी। 2 अगस्त को ही भोपाल के भदभदा डेम के 7 और कलियासोत डेम के 13 गेट खोलने पड़े थे। मगर इस बार अगस्त की शुरुआत सूनी रही है। इतना ही नहीं भोपाल का बड़ा तालाब भी अब तक फुल टैंक लेवल से करीब ढाई फीट नीचे है जिससे साफ जाहिर होता है कि अब तक बारिश उतनी नहीं हुई जितनी होनी चाहिए थी।
रक्षाबंधन के बाद लौटेगा तूफानी मानसून
हालांकि मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार रक्षाबंधन के बाद प्रदेश में एक बार फिर तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है। 11 अगस्त के बाद एक नया मानसूनी सिस्टम सक्रिय होने की संभावना है जिससे कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इसके चलते एक बार फिर जलस्तर बढ़ने और छोटे-बड़े जल स्रोतों के भरने की स्थिति बन सकती है।
क्या कह रहे हैं मौसम वैज्ञानिक
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में कोई मजबूत मानसूनी सिस्टम सक्रिय नहीं है इसलिए फिलहाल बारिश की संभावना बेहद कम है। लेकिन 10 अगस्त के बाद बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है जो मध्यप्रदेश की ओर बढ़ेगा। इसके चलते 11 अगस्त के बाद प्रदेश में फिर से तूफानी बारिश हो सकती है।