Edited By Yaspal,Updated: 20 Nov, 2021 09:45 PM
राजस्थान में गहलोत मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों ने आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपने इस्तीफे सौंप दिये। इसी के साथ मंत्रिमंडल पुर्नगठन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। नये मंत्रियों को राज्यपाल कलराज मिश्र रविवार को शपथ दिलायेगें। मंत्रिपरिषद की बैठक खत्म...
नेशनल डेस्कः राजस्थान में गहलोत मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों ने आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपने इस्तीफे सौंप दिये। इसी के साथ मंत्रिमंडल पुर्नगठन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। नये मंत्रियों को राज्यपाल कलराज मिश्र रविवार को शपथ दिलायेगें। मंत्रिपरिषद की बैठक खत्म होने के बाद परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बताया कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रस्ताव रखा कि सभी मंत्रिपरिषद के सदस्य सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंप रहे हैं। हाईकमान का जो भी निर्देश होगा उसी के अनुरूप अब नए मंत्रियों के नाम का फैसला होगा। उन्होंने बताया कि बैठक में प्रदेश प्रभारी अजय माकन भी मौजूद रहे। सभी विधायकों और इस्तीफा देने वाले मंत्रियों को रविवार को दोपहर दो बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बुलाया गया है।
खाचरियावास ने कहा कि अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अधिकार होगा कि वह किस को मंत्री बनाए और किसको नहीं बनाए लेकिन इसकी सहमति हाईकमान से ही मिलेगी। मंत्रियों के सामूहिक इस्तीफे के बाद अब नए मंत्रिमंडल के गठन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है। यह भी कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री गहलोत राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलकर नए मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण के लिए समय मांगेंगे और इसी के साथ राज्यपाल अपनी अनुमति प्रदान करेंगे।
राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग ने राजभवन में मंत्रिमंडल गठन की तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी है। राजभवन में 1000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है इससे स्पष्ट होता है कि मंत्रिपरिषद में व्यापक फेरबदल किए जाने की संभावना है। कहने को तो सचिन पायलट भी जयपुर पहुंच गए हैं लेकिन उन्होंने अभी तक अजय माकन से कोई मुलाकात नहीं की है। अब प्रभारी अजय माकन सचिन पायलट से मुलाकात करेंगे या नहीं अभी तय नहीं हो पाया है।
सूत्रों का कहना है कि पायलट ने स्पष्ट तौर पर हाईकमान द्वारा गठित कमेटी जिसमें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी, संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल और प्रभारी अजय माकन के साथ हुई बैठक में यह तय हो गया है कि सचिन पायलट के लोगों को मंत्रिमंडल में स्थान देने के साथ-साथ संसदीय सचिव और राजनीतिक नियुक्तियों में भी स्थान दिए जाए।