Edited By Rohini Oberoi,Updated: 08 Sep, 2025 09:33 AM

भारत समेत पूरी दुनिया ने बीती रात साल 2025 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण देखा। यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना थी जिसमें चंद्रमा पूरी तरह से लाल हो गया जिसे 'ब्लड मून' कहा जाता है। दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर तक लोगों ने इस खूबसूरत और अविस्मरणीय नजारे को...
नेशनल डेस्क। भारत समेत पूरी दुनिया ने बीती रात साल 2025 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण देखा। यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना थी जिसमें चंद्रमा पूरी तरह से लाल हो गया जिसे 'ब्लड मून' कहा जाता है। दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर तक लोगों ने इस खूबसूरत और अविस्मरणीय नजारे को अपनी आंखों से देखा।
तीन घंटे 27 मिनट तक चला ग्रहण
यह चंद्र ग्रहण रविवार रात 9 बजकर 57 मिनट पर शुरू हुआ और देर रात 1 बजकर 28 मिनट पर खत्म हुआ जिसकी कुल अवधि 3 घंटे 27 मिनट थी। यह इस साल का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण था और 2022 के बाद भारत में पहली बार इतना लंबा ग्रहण दिखाई दिया।
पूर्ण चंद्र ग्रहण: ग्रहण शुरू होने के लगभग 80 मिनट बाद चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में आ गया और पूर्ण चंद्र ग्रहण लगा।
ब्लड मून: जैसे-जैसे पृथ्वी की छाया हटी, चंद्रमा दूधिया सफेद रंग में चमकने लगा और पूरी तरह से साफ होने के बाद लाल रंग का ब्लड मून दिखाई दिया।
अगला चंद्र ग्रहण: अब अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण साल 2028 में लगेगा।
बिना किसी उपकरण के देखा गया
इस बार के चंद्र ग्रहण की खासियत यह थी कि इसे देखने के लिए किसी खास चश्मे या फिल्टर की जरूरत नहीं पड़ी। हालांकि बेंगलुरु के नेहरू प्लेनेटेरियम में हाई रेजोल्यूशन वाले टेलीस्कोप लगाए गए थे ताकि लोग इस नजारे को और भी करीब से देख सकें। इस दौरान धार्मिक महत्व के चलते उज्जैन के महाकाल मंदिर सहित कई मंदिरों के कपाट बंद रहे।
विदेशों में भी दिखा नजारा
भारत के अलावा यह चंद्र ग्रहण एशिया, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में भी नजर आया। एशिया और ऑस्ट्रेलिया में यह नजारा सबसे लंबे समय तक और सबसे अच्छी तरह से दिखाई दिया। यूरोप और अफ्रीका में लोग इसे कुछ देर के लिए ही देख पाए।