Edited By Anil dev,Updated: 17 Oct, 2022 03:30 PM

अमेरिका में अपहरण के बाद मौत के घाट उतारे गए भारतीय मूल के सिख परिवार का शनिवार को अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें समुदाय के कई लोग शामिल हुए। गौरतलब है कि आठ माह की बच्ची आरुही धेरी, उसकी मां जसलीन कौर (27), पिता जसदीप सिंह (36) और जसदीप के भाई...
नेशनल डेस्क: अमेरिका में अपहरण के बाद मौत के घाट उतारे गए भारतीय मूल के सिख परिवार का शनिवार को अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें समुदाय के कई लोग शामिल हुए। गौरतलब है कि आठ माह की बच्ची आरुही धेरी, उसकी मां जसलीन कौर (27), पिता जसदीप सिंह (36) और जसदीप के भाई अमनदीप सिंह (39) की कैलिफोर्निया में पिछले महीने अपहरण करने के बाद हत्या कर दी गई थी।
मामले में संदिग्ध जीसस मैनुअल सालगाडो, पहले इस परिवार की कंपनी में चालक के रूप में काम करता था। दोनों के बीच किसी बात को लेकर मतभेद हो गये थे और तभी से उनके संबंध सही नहीं थे। सिख परिवार का अंतिम संस्कार शनिवार को कैलिफोर्निया के टरलॉक में किया गया। स्टैनिस्लोस काउंटी की पर्यवेक्षक मणि ग्रेवाल ने कहा, ‘‘ हम यहां परिवार के साथ एकजुटता दिखाने आए हैं, वह लोग अकेले नहीं हैं।'' ‘केटीएलए-टीवी' ने ग्रेवाल के हवाले से कहा, ‘‘ हमारा समुदाय इससे बहुत बेहतर है.....।''
परिवार के एक मित्र संजीव तिवारी ने कहा, ‘‘ मुझे नहीं पता कि परिवार इस सदमे से कैसे उबर पाएगा। यह काफी मुश्किल होने वाला है। हम यहां परिवार का साथ देने के लिए हैं।'' खबर के अनुसार, ‘एलन मोर्चरी' में केवल परिवार वालों को आने की अनुमति होती है लेकिन शनिवार को सिख परिवार के अंतिम संस्कार में समुदाय के सदस्यों को परिवार के साथ एकजुटता दिखाने के लिए यहां आने की अनुमति दी गई।
परिवार का अंतिम संस्कार सिख रीति-रिवाज से किया गया। मर्सेड काउंटी के मुख्य उप जिला अटॉर्नी मैथ्यू सेराटो ने बताया कि संदिग्ध जीसस मैनुअल सालगाडो ने बृहस्पतिवार को अदालत में अपना गुनाह कबूल नहीं किया। सालगाडो को अगले माह फिर अदालत में पेश किया जाएगा। उसके भाई एल्बर्टो पर अपराध में साथ देने का आरोप है। मामले की जांच में प्रगति से जुड़ी सुनवाई 15 दिसंबर को की जाएगी। परिवार मूल रूप से पंजाब के होशियारपुर के हरसी पिंड का रहने वाला था।