Edited By Harman Kaur,Updated: 26 Jul, 2025 06:39 PM

निवेश की दुनिया में धैर्य सबसे बड़ा हथियार माना जाता है। अगर आप लंबे समय तक निवेशित रहते हैं तो रिटर्न उम्मीद से कहीं ज्यादा हो सकता है। इसका ताजा उदाहरण है पिरामल फाइनेंस के प्रबंध निदेशक जयराम श्रीधरन, जिनका 1999 में किया गया 10,100 रुपए का निवेश...
नेशनल डेस्क: निवेश की दुनिया में धैर्य सबसे बड़ा हथियार माना जाता है। अगर आप लंबे समय तक निवेशित रहते हैं तो रिटर्न उम्मीद से कहीं ज्यादा हो सकता है। इसका ताजा उदाहरण है पिरामल फाइनेंस के प्रबंध निदेशक जयराम श्रीधरन, जिनका 1999 में किया गया 10,100 रुपए का निवेश आज करीब 7.98 लाख रुपए हो गया है।
कैसे हुआ इतना बड़ा फायदा?
श्रीधरन ने 1999 में अपनी पहली नौकरी ज्वाइन करने के बाद ICICI प्रूडेंशियल ELSS टैक्स सेवर ग्रोथ स्कीम में निवेश किया। उन्होंने 10,100 रुपए से शुरुआत की।
25 साल बाद उनका वही निवेश बढ़कर 7,90,457 रुपए का हो गया। यानी उन्हें 7726% का फायदा मिला। इस दौरान उनकी सालाना चक्रवृद्धि दर (CAGR) 19.05% रही, जो सेंसेक्स और निफ्टी जैसे प्रमुख इंडेक्स के मुकाबले कहीं ज्यादा है।
सेंसेक्स-निफ्टी ने कितना रिटर्न दिया?
इसी 25 साल की अवधि में सेंसेक्स का CAGR 12.15% और निफ्टी-50 का CAGR 12.48% रहा। यानी इन इंडेक्स ने करीब 2,500% रिटर्न दिए। इसके मुकाबले ईएलएसएस में निवेश ने कहीं ज्यादा फायदा दिया।
सीख क्या है?
- बाजार का समय (Market Timing) तय करने से ज्यादा जरूरी है बाजार में समय बिताना (Time in Market)
- लंबी अवधि में निवेश से कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है
- ईएलएसएस जैसे फंड टैक्स सेविंग का भी मौका देते हैं
ELSS का फायदा
ईएलएसएस (Equity Linked Savings Scheme) न सिर्फ लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देती है बल्कि आयकर में भी छूट दिलाती है।