Edited By ,Updated: 16 Feb, 2015 05:14 PM

उदयपुर में गुरुवार रात करीब 3 बजकर 20 मिनट पर बिजली निगम के रिटायर्ड इंजीनियर भूपेंद्र को उनके बेटे राहुल का फोन आया।
नई दिल्ली: उदयपुर में गुरुवार रात करीब 3 बजकर 20 मिनट पर बिजली निगम के रिटायर्ड इंजीनियर भूपेंद्र को उनके बेटे राहुल का फोन आया। फोन पर राहुल ने अपने पिता से कहा कि पापा मुझे बचा लो, मैं जल रहा हूं, होटल में आग लगी है, कमरे में धुआं भरा है, मैं मर जाऊंगा और सिर्फ इतना कहते ही फोन कट गया। इसके बाद राहुल को उसके पिता ने बार फोन किया, लेकिन उसने उठाया नहीं।
नोएडा में मौजूद माता-पिता, बहनोई और बहू तत्काल अलवर जिले के नीमराना रीको इंडस्ट्रीज एरिया में स्थित कैंबे स्पायर होटल पहुंचे, जहां उन्हें होटल में जलती हुई लाश दिखी। गुरुवार की रात होटल की छठी मंजिल पर लगी आग में राहुल सहित तीन लोग जिंदा जल गए। राहुल आधे घंटे तक मदद मांगता रहा। अपने बेटे राहुल के जिंदा जल जाने पर पूरे परिवार के आंसू थम नहीं रहे।
राहुल की एक साल पहले ही शादी हुई थी। नीमराना स्थित केंस इंडिया प्रा. लि. कंपनी में राहुल मैनेजर थे और पत्नी के साथ गुडग़ांव रहते थे। शुक्रवार रात को जवान बेटे का शव उदयपुर लाया गया, जहां शनिवार सुबह उसका अंतिम संस्कार किया गया। वही, राहुल के परिवार का कहना है कि होटल की लापरवाही की वजह से उनके परिवार पर यह कहर टूटा है। उनका कहना है कि हादसे के ढाई-तीन घंटे बाद भी स्टाफ और पुलिस इससे बेखबर थी।