Edited By Mehak,Updated: 21 Dec, 2025 05:41 PM

सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं और कई लोग घर में रखे पुराने जेवर या गहने बेचकर फायदा उठाना चाहते हैं। लेकिन जल्दबाजी में फैसला करना नुकसानदायक हो सकता है। सोना बेचते समय शुद्धता, कैरेट, वजन और उस दिन का बाजार भाव अहम होते हैं। हॉलमार्क वाले गहनों...
नेशनल डेस्क : हाल के दिनों में सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। दिल्ली में 24 कैरेट सोने का भाव 1,34,330 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 1,23,150 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुका है। ऐसे समय में कई लोग घर में रखे पुराने जेवर या गहने बेचकर फायदा उठाना चाहते हैं। लेकिन जल्दबाजी में किया गया फैसला अक्सर नुकसान में बदल सकता है।
सोना सिर्फ गहना नहीं, निवेश भी है
भारत में सोना केवल गहनों के रूप में नहीं, बल्कि भरोसेमंद निवेश के रूप में भी माना जाता है। फिजिकल गोल्ड बेचते समय जानकारी की कमी लोगों को नुकसान में डाल सकती है। कई बार जौहरी शुद्धता, वजन या रेट के बहाने कम कीमत पर सौदा कर लेते हैं।
सोने की कीमत कैसे तय होती है
सोने की कीमत तय होती है:
- कैरेट – सोने की शुद्धता
- शुद्ध वजन – गहने का वास्तविक सोने का वजन
- बाजार भाव – उस दिन का गोल्ड रेट
ध्यान दें कि मेकिंग चार्ज और गहनों में लगे स्टोन की कीमत बिक्री के समय शामिल नहीं होती। केवल शुद्ध सोने की वैल्यू पर रेट मिलता है।
सोना कहां बेचना फायदेमंद
लोकल ज्वेलर्स जल्दी खरीद लेते हैं, लेकिन कम रेट दे सकते हैं। वहीं MMTC PAMP, Attica Gold, GoldMax जैसी ब्रांडेड कंपनियां एक्स-रे जांच के बाद पारदर्शी रेट देती हैं। कुछ ज्वेलरी ब्रांड्स बायबैक भी करते हैं, लेकिन शर्तों के साथ।
सोना बेचते समय ध्यान रखें
- हर दिन का गोल्ड रेट जरूर चेक करें, क्योंकि शहर और समय के हिसाब से रेट बदलता है।
- शुद्धता की जांच BIS सर्टिफाइड लैब से कराएं।
- एक से ज्यादा जगह रेट पूछें और तुलना करें।
- गहनों में लगे स्टोन अलग करवा लें, क्योंकि उनकी कीमत बिक्री में नहीं मिलती।
जरूरी दस्तावेज
सोना बेचते समय पहचान के लिए आधार या पैन कार्ड आवश्यक है। अगर बिल या हॉलमार्क सर्टिफिकेट मौजूद हो, तो साथ ले जाएं। इससे भरोसा बढ़ता है और बेहतर रेट मिलने की संभावना रहती है।