Edited By Radhika,Updated: 15 Dec, 2025 03:43 PM

ज्योतिषीय कैलेंडर के अनुसार खरमास की शुरुआत 16 दिसंबर 2025 यानी कल से होने जा रही है। इस अवधि को मलमास या धनु संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करते हैं, तो खरमास शुरू हो जाता है।
नेशनल डेस्क: ज्योतिषीय कैलेंडर के अनुसार खरमास की शुरुआत 16 दिसंबर 2025 यानी कल से होने जा रही है। इस अवधि को मलमास या धनु संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करते हैं, तो खरमास शुरू हो जाता है। यह पूरे महीने यानि की 30 दिनों तक चलता है और इस दौरान सूर्य की गति और उनका प्रभाव थोड़ा कम माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार खरमास की इस अवधि में सभी मांगलिक (शुभ) कार्य वर्जित होते हैं। खरमास का समापन 15 जनवरी 2026 को होगा।
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आइए जानते हैं कि इस एक महीने की अवधि में कौन से 6 कार्य करने से बचना चाहिए:
खरमास में भूलकर भी न करें ये 6 काम
1. सभी शुभ संस्कार: खरमास के दौरान शादी-विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण, मुंडन, अन्नप्राशन और वास्तु पूजा जैसे 16 संस्कार और सभी शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है।
2. तुलसी के पत्ते तोड़ना: मान्यताओं के अनुसार खरमास में भगवान विष्णु की पूजा होती है और तुलसी उन्हें बहुत प्रिय है। इसलिए, इस 30 दिन की अवधि में तुलसी के पत्ते तोड़ना अशुभ माना जाता है।
3. तामसिक भोजन: इस समय केवल सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए। लहसुन, प्याज, मांस, मछली और अंडे जैसे तामसिक भोजन से दूरी बनाए रखने की सलाह दी जाती है। माना जाता है कि ऐसा न करने पर सूर्यदेव नाराज़ हो सकते हैं।
4. जमीन-जायदाद खरीदना/बेचना: खरमास में नया घर बनवाना या जमीन-मकान खरीदना और बेचना शुभ नहीं माना जाता है। ज्योतिषीय विश्वास है कि ऐसे कार्यों में रुकावटें और परेशानियां आ सकती हैं।
5. नया व्यापार या बड़ा निवेश: इस दौरान नया व्यापार शुरू करना या बड़ी पूंजी का निवेश करना ठीक नहीं माना जाता है। ऐसा करने से धन से जुड़ी दिक्कतें और काम में असफलता आ सकती है। नई नौकरी जॉइन करने से भी बचने की सलाह दी जाती है।
6. नए घर में प्रवेश (गृह प्रवेश): खरमास में नए घर में प्रवेश करना भी अशुभ होता है। माना जाता है कि इससे घर की सुख-समृद्धि और शांति प्रभावित हो सकती है।