Edited By Anu Malhotra,Updated: 13 Nov, 2025 11:45 AM

भिलाई, दुर्ग जिले से आई एक दुखद घटना ने आईआईटी भिलाई के परिसर को हिला दिया है। बी.टेक प्रथम वर्ष के छात्र सौमिल साहू (मध्यप्रदेश निवासी) की हॉस्टल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने छात्रों और परिजनों में गहरा तनाव पैदा कर दिया है।
नेशनल डेस्क: भिलाई, दुर्ग जिले से आई एक दुखद घटना ने आईआईटी भिलाई के परिसर को हिला दिया है। बी.टेक प्रथम वर्ष के छात्र सौमिल साहू (मध्यप्रदेश निवासी) की हॉस्टल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने छात्रों और परिजनों में गहरा तनाव पैदा कर दिया है।
परिवार के अनुसार, सौमिल को 10 नवंबर, सोमवार को हल्का बुखार और बदन दर्द हुआ था। हॉस्टल स्टाफ ने उन्हें दवा दी, लेकिन परिजनों का आरोप है कि इलाज में गंभीर लापरवाही हुई। मृतक के जीजा, कमलेश साहू (रायपुर), ने बताया कि कॉलेज के डॉक्टर और नर्स ने बिना किसी जांच के सौमिल को ओवरवेट पेरासिटामॉल की खुराक दे दी, जबकि वह खुद बहुत हल्के कद और वजन के थे। उनका कहना है कि सही उपचार नहीं मिलने के कारण मंगलवार को उनकी तबियत अचानक बिगड़ गई।
11 नवंबर, मंगलवार की सुबह सौमिल क्लास जाने की तैयारी कर रहे थे, तभी उनका शरीर अचानक गिर पड़ा। हॉस्टल के छात्रों ने तुरंत प्रशासन को सूचित किया और उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। शुरुआती जांच में मिर्गी का दौरा सामने आया है, लेकिन परिवार का कहना है कि उनकी कोई पूर्व बीमारी नहीं थी।
घटना के बाद छात्रों में भारी रोष देखा गया। मंगलवार देर रात, हॉस्टल परिसर में छात्रों ने प्रशासनिक भवन के बाहर प्रदर्शन किया और पूरी जांच की मांग की। उनका आरोप है कि मेडिकल लापरवाही ने उनकी जान ली। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और जांच के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना आईआईटी भिलाई में छात्र सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं पर नए सवाल खड़े कर रही है। फिलहाल प्रशासन और पुलिस मामले की गहन जांच कर रहे हैं, जबकि छात्र और परिवार सही कारण जानने के लिए बेताब हैं।