Edited By Radhika,Updated: 01 Aug, 2025 11:27 AM

लोगों की पसंदीदा पहाड़ी रानी मसूरी में अब घूमने जाने के लिए नए नियम लागू हो गए हैं। 1 अगस्त से यहां जाने वाले सभी पर्यटकों के लिए रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। पर्यटन विभाग ने इसके लिए एक खास पोर्टल लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य मसूरी में बढ़ती...
नेशनल डेस्क: लोगों की पसंदीदा पहाड़ी रानी मसूरी में अब घूमने जाने के लिए नए नियम लागू हो गए हैं। 1 अगस्त से यहां जाने वाले सभी पर्यटकों के लिए रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। पर्यटन विभाग ने इसके लिए एक खास पोर्टल लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य मसूरी में बढ़ती भीड़ को नियंत्रित कर बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करना है।
क्यों ज़रूरी हुआ रजिस्ट्रेशन?
पर्यटन सीज़न के दौरान खासकर पीक टाइम और लंबे वीकेंड्स पर मसूरी में पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ती है। इससे अक्सर अव्यवस्था की स्थिति बन जाती है, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों को परेशानी होती है। इस समस्या से निपटने और पर्यटकों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए ही पंजीकरण की यह नई व्यवस्था शुरू की जा रही है। अच्छी बात यह है कि पीक सीज़न और लंबे वीकेंड को छोड़कर इस व्यवस्था में कुछ लचीलापन रहेगा।
रियल टाइम डेटा से मिलेगी मदद
पर्यटन विभाग मसूरी में पर्यटकों के दबाव से होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए एक विस्तृत योजना पर काम कर रहा है। इसका मुख्य फोकस मसूरी की धारण क्षमता (carrying capacity) का सटीक आकलन करना है। पंजीकरण व्यवस्था लागू होने से मसूरी आने वाले लोगों का रियल टाइम डेटा अपडेट किया जाएगा, जिससे प्रशासन को भीड़ को बेहतर तरीके से मैनेज करने में मदद मिलेगी। इस पहल में मसूरी होटल एसोसिएशन भी पर्यटन विभाग का सहयोग कर रहा है। होटल मालिकों को पंजीकरण लिंक दिए गए हैं ताकि वे अपने होटलों में आने वाले और ऑनलाइन बुकिंग कराने वाले पर्यटकों का विवरण दर्ज कर सकें।
शुरुआत में नहीं होगी ज़्यादा सख्ती
इस नई व्यवस्था में केवल होटल ही नहीं, बल्कि होम स्टे, धर्मशाला और अन्य आवास प्रदाताओं को भी शामिल किया जाएगा। विभागीय सूत्रों के अनुसार शुरुआती चरण में इस व्यवस्था को बहुत सख्ती से लागू नहीं किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य पर्यटकों को इस नए नियम से जोड़ना और अगले साल के पीक सीज़न तथा वीकेंड के लिए एक सुव्यवस्थित ढांचा तैयार करना है। जानकारी के मुताबिक पंजीकरण व्यवस्था से पर्यटकों की संख्या का सटीक आकलन होगा, जिससे उनके लिए मसूरी में बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित की जा सकेंगी और उन्हें जाम में फंसने जैसी समस्याओं से निजात मिलेगी।
भविष्य की योजनाएं और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल का हस्तक्षेप
मैकेंजी कंसल्टेशन कंपनी भी मसूरी को लेकर एक विस्तृत अध्ययन कर रही है, जिसके लिए नंबर प्लेट रिकॉर्डर कैमरों का उपयोग किया जा रहा है। आने वाले समय में मसूरी की तरह ही भीड़ वाले अन्य पर्यटन स्थलों के लिए भी पंजीकरण की ऐसी ही व्यवस्था लागू करने की योजना है। इस पर काम जारी है।
यहां यह भी बताना ज़रूरी है कि मसूरी में उमड़ने वाली भीड़ से पैदा हो रही अव्यवस्थाओं पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने सख्त रुख अपनाया था और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे। उन्हीं निर्देशों के क्रम में अब सुधार के लिए यह पंजीकरण पोर्टल लॉन्च किया गया है। पर्यटकों को अब चारधाम यात्रा की तरह मसूरी आने से पहले पंजीकरण कराना होगा। भविष्य में मसूरी आने वाले डे विजिटर्स (एक ही दिन में आकर वापस जाने वाले पर्यटक) के लिए भी अलग से पंजीकरण की व्यवस्था की जाएगी।