Edited By Yaspal,Updated: 11 Feb, 2024 10:26 PM
राजस्थान पुलिस ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी के अपने समकक्षों से मिली सूचना पर कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) के अभ्यर्थी को कथित तौर पर आत्महत्या करने से रोक दिया।
नेशनल डेस्कः राजस्थान पुलिस ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी के अपने समकक्षों से मिली सूचना पर कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) के अभ्यर्थी को कथित तौर पर आत्महत्या करने से रोक दिया। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 19 वर्षीय छात्र ने काउंसलिंग के दौरान पुलिस को बताया कि वह ऑनलाइन खेल पबजी खेलते हुए दोस्त बने वाराणसी निवासी युवक द्वारा शुक्रवार को आत्महत्या करने से तनाव में था।
पुलिस ने कहा कि महाराष्ट्र के नासिक के रहने वाले युवक ने उन्हें बताया कि वह आत्महत्या करने की योजना बना रहा था। कोटा शहर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शरद चौधरी ने रविवार को मीडिया को बताया कि पुलिस टीमों ने लड़के को कुन्हारी थानांतर्गत लैंडमार्क सिटी में उसके हॉस्टल के कमरे से ढूंढ निकाला। पुलिस ने कहा कि काउंसलिंग के बाद उसे उसके माता-पिता को सौंप दिया गया।
कुन्हारी के क्षेत्राधकारी डीएसपी खींव सिंह ने कहा कि युवक के ‘इंस्टाग्राम' अकाउंट पर एक पोस्ट में कहा गया था कि वह शनिवार दोपहर दो बजे आत्महत्या करने जा रहा है, लेकिन बाद में पता चला कि उसका खाता मध्य प्रदेश में रहने वाला पबजी समूह का एक अन्य दोस्त चला रहा था।
पुलिस के मुताबिक, एनईईटी अभ्यर्थी 10 दिन पहले ही कोटा आया था, काउंसलिंग के दौरान उसने पुलिस को बताया कि वह शुक्रवार को वाराणसी में रणवीर उपाध्याय की आत्महत्या से अवसाद में था। युवक ने कहा कि वह पबजी ग्रुप के जरिए उपाध्याय के संपर्क में आया था। एनईईटी अभ्यर्थी ने उपाध्याय और मध्य प्रदेश में रहने वाले मित्र से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात नहीं की थी और कोविड -19 महामारी के दौरान उनके संपर्क में आया था। सिंह ने बताया कि काउंसलिंग के बाद युवक को सकुशल उसके परिजनों को सौंप दिया गया।