Edited By Yaspal,Updated: 27 Mar, 2023 10:09 PM
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को संसद में विपक्ष के हंगामे की निंदा की और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय के खिलाफ पार्टी नेता राहुल गांधी की टिप्पणी को सही ठहराने के लिए ‘निम्न स्तर की राजनीति' कर रही है
नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को संसद में विपक्ष के हंगामे की निंदा की और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय के खिलाफ पार्टी नेता राहुल गांधी की टिप्पणी को सही ठहराने के लिए ‘निम्न स्तर की राजनीति' कर रही है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसदों के व्यवहार पर भी सवाल उठाया, क्योंकि वे काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे। विभिन्न मुद्दों पर हंगामे की वजह से सोमवार को लोकसभा व राज्यसभा की कार्यवाही बाधित हुई। उन्होंने कहा, ‘‘उनके व्यवहार को देखिए। उन्होंने (कांग्रेस सांसदों ने) कागज फाड़े और उन्हें आसन की ओर उछाल दिया। अध्यक्ष बार-बार कहते हैं कि वह सदन चलाना चाहते हैं और वह सभी को (बोलने का) मौका देंगे।'' उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल संसद में अभद्र व्यवहार कर रहे हैं, जिससे ‘‘आसन के पास कार्यवाही स्थगित करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है''।
गोयल ने कहा, ‘‘भाजपा उनके (कांग्रेस के) नेताओं द्वारा लोकसभा के अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति का बार-बार अपमान करने के प्रयासों की कड़ी निंदा करती है।'' लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद सोमवार को काले कपड़े पहने सदन में पहुंचे विपक्षी सदस्य आसन के समक्ष आ गए। इसी दौरान कांग्रेस के दो सांसदों- टीएन प्रतापन और हिबी ईडन ने आसन की ओर कागज के टुकड़े उछाल दिए। इसके कारण सदन की कार्यवाही शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। अडाणी मुद्दे पर हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही भी बाधित हुई। काले कपड़े पहने कांग्रेस और अन्य दलों के सांसदों ने सभापति जगदीप धनखड़ के सीट पर बैठने से पहले ही नारेबाजी शुरू कर दी। माहौल को भांपते हुए धनखड़ ने कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
गोयल ने कांग्रेस सांसदों से पूछा कि क्या वे ओबीसी के खिलाफ गांधी की टिप्पणी को सही ठहराने और 'लोकतंत्र के मंदिर' में प्रदर्शन करने के लिए काले कपड़े पहनकर संसद सत्र में भाग लेने आए थे? उन्होंने कहा, ‘‘क्या यह राहुल गांधी को दोषी ठहराने वाली अदालत के खिलाफ विरोध था या उच्चतम न्यायालय के खिलाफ था, जिसने फैसला सुनाया था कि दो साल की सजा पाने वाला कोई भी व्यक्ति स्वत: ही (संसद या राज्य विधानसभा से) अयोग्य हो जाता है?'' उन्होंने सवाल किया, ‘‘या, क्या यह उनके ही नेता राहुल गांधी के खिलाफ विरोध था, जिन्होंने 2013 में मीडिया के सामने अध्यादेश को फाड़कर आज खुद अयोग्य ठहराने की नींव रखी थी?'' उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने इस तरह की राजनीति का सहारा लिया है, क्योंकि वह अपने चुनावी प्रदर्शन से ‘हताश' है।
गोयल ने संसद में विपक्षी सदस्यों के काले कपड़े पहनकर आने को लेकर विपक्षी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘वे आज इतने हताश और हतोत्साहित हैं कि वे काला जादू करना चाहते हैं, क्योंकि अन्य सभी प्रयास विफल हो गए हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘इस मोड़ पर उनके सामने केवल काला जादू बचा है, लेकिन वे यह नहीं समझते हैं कि वे लोगों का विश्वास पूरी तरह से खो चुके हैं और चाहे वे कुछ भी करें, इसे फिर से हासिल नहीं कर सकेंगे।'' गुजरात के सूरत की एक अदालत द्वारा 2019 के मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के एक दिन बाद गांधी (52) को शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।