Edited By Radhika,Updated: 16 Dec, 2025 01:19 PM

दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। इसी के चलते दो दिन पहले यानि रविवार को भी इलाके में AQI 500 तक पहुंच गया। हवा के इस खतरनाक स्तर को देखते हुए विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य पर तुरंत और दीर्घकालिक खतरों की चेतावनी दी है।
नेशनल डेस्क: दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। इसी के चलते दो दिन पहले यानि रविवार को भी इलाके में AQI 500 तक पहुंच गया। हवा के इस खतरनाक स्तर को देखते हुए विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य पर तुरंत और दीर्घकालिक खतरों की चेतावनी दी है।
भयानक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण
राजधानी दिल्ली में रविवार को प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक रहा, जिसने शहर के निवासियों के लिए सांस लेना भी दूभर कर दिया। CPCB के कम से कम तीन मॉनिटरिंग स्टेशनों – वज़ीरपुर, रोहिणी और अशोक विहार पर 24 घंटे का औसत AQI 500 तक पहुंच गया। चूंकि CPCB की रीडिंग 500 से आगे नहीं जाती है, इसका मतलब है कि कई घंटों की रीडिंग में प्रदूषण का वास्तविक स्तर इससे भी कहीं ज़्यादा रहा होगा। दिल्ली के 39 सक्रिय मॉनिटरिंग स्टेशनों में से 38 स्टेशन 'गंभीर' (Severe) या 'बहुत गंभीर' (Very Poor) श्रेणी में दर्ज किए गए।

सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाके
राजधानी के कई इलाके सबसे ज़्यादा प्रदूषण से जूझ रहे थे। कम से कम 13 स्टेशनों पर AQI कई घंटों तक 490 से ऊपर बना रहा। सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाकों में शामिल थे:
- जहांगीरपुरी और मुंडका: AQI 499
- बवाना: AQI 498
- दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी और विवेक विहार: AQI 497
- नरेला: AQI 493
- आनंद विहार: AQI 492
- ओखला फेज-2: AQI 490
रविवार को शहर में सबसे 'बेहतर' AQI शादिपुर में 375 दर्ज किया गया, जो भी 'बहुत खराब' (Very Poor) की श्रेणी में आता है।
सांस लेना हुआ मुश्किल
प्रदूषण से बुरी तरह प्रभावित इन इलाकों के निवासियों ने बताया कि हवा घने कोहरे जैसी महसूस हो रही थी। रोहिणी के नवीन गर्ग ने कहा कि अब घर के अंदर और बाहर दोनों जगह सांस लेना मुश्किल हो गया है।

आनंद विहार जैसे ट्रांसपोर्ट हब के निवासी विनोद कुमार ने गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि बस टर्मिनल, रेलवे और मेट्रो स्टेशन की निकटता के कारण लाखों लोग रोज़ाना धुएं के संपर्क में आते हैं।
पीएम 2.5 का चौंकाने वाला स्तर
राजधानी में सूक्ष्म कण पदार्थ PM2.5 की सांद्रता भी खतरनाक स्तर पर पहुंच गई।
- लाजपत नगर में रात 11 बजे PM2.5 की सांद्रता 720 micrograms per cubic metre (μg/m³) तक पहुंच गई।
- यह राष्ट्रीय दैनिक मानक 60 μg/m³ से 10-12 गुना और WHO के सुरक्षित दिशानिर्देश 15 μg/m³. से 48-50 गुना ज़्यादा है।
- RK पुरम में यह 660 μg/m³और आनंद विहार में 651 μg/m³ तक दर्ज की गई।
स्वास्थ्य पर तत्काल खतरा
थिंक टैंक एनवायरोकैटलिस्ट्स के सुनील दहिया ने चेतावनी दी कि वर्तमान में PM2.5 का स्तर 500 μg/m³से ऊपर है, जो लंबे समय तक सांस की बीमारियों (COPD, फेफड़ों का कैंसर), दिल की बीमारियों (दिल का दौरा, स्ट्रोक) का कारण बन सकता है। उन्होंने कहा कि यह अस्थमा के दौरे और आपातकालीन अस्पताल में भर्ती होने का भी कारण बन रहा है।
विशेषज्ञों ने लोगों को तुरंत मास्क पहनने की सलाह दी है, क्योंकि इतने उच्च स्तर के प्रदूषण के थोड़े समय के संपर्क में आने से भी स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
CPCB की AQI श्रेणियों में रेटिंग इस प्रकार निश्चित की जाती है।
- 0-50: अच्छा
- 51-100: संतोषजनक
- 101-200: मध्यम
- 201-300: खराब
- 301-400: बहुत खराब
- 401+ (या 400 से ऊपर): गंभीर