Edited By Rohini Oberoi,Updated: 04 Dec, 2025 09:03 AM

दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) क्षेत्र एक बार फिर ज़हरीली हवा की गंभीर गिरफ्त में है जिसका सीधा और गंभीर असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। गुरुवार को भी दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार 'बहुत खराब' (Very Poor) श्रेणी में दर्ज की गई।
नेशनल डेस्क। दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) क्षेत्र एक बार फिर ज़हरीली हवा की गंभीर गिरफ्त में है जिसका सीधा और गंभीर असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। गुरुवार को भी दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार 'बहुत खराब' (Very Poor) श्रेणी में दर्ज की गई।
इन इलाकों में AQI 300 से अधिक
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार 300 से अधिक बना हुआ है जो श्वसन संबंधी बीमारियों के लिए खतरनाक है।
गुरुवार सुबह 6 बजे विभिन्न क्षेत्रों में दर्ज किए गए AQI के आंकड़े इस प्रकार हैं:
| क्षेत्र |
शहर |
AQI स्तर |
श्रेणी |
| वजीरपुर- DPCC |
दिल्ली |
321 |
बहुत खराब |
| जहांगीरपुरी |
दिल्ली |
340 |
बहुत खराब |
| पंजाबी बाग |
दिल्ली |
304 |
बहुत खराब |
| आईटीओ (ITO) |
दिल्ली |
304 |
बहुत खराब |
| ग्रेटर नोएडा |
एनसीआर |
321 |
बहुत खराब |
| गाजियाबाद |
एनसीआर |
335 |
बहुत खराब |
स्वास्थ्य पर सीधा असर
'बहुत खराब' श्रेणी का AQI यह दर्शाता है कि हवा में प्रदूषणकारी तत्वों की सघनता काफी अधिक है। ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सलाह दी है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने से बचें। बच्चों, बुजुर्गों, और पहले से ही सांस या दिल की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए यह हवा विशेष रूप से खतरनाक है। लोगों में सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और गले में खराश की शिकायतें बढ़ रही हैं।
प्रदूषण से निपटने के लिए सरकारी एजेंसियों को सख्त कदम उठाने की ज़रूरत है अन्यथा यह स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।