Edited By Radhika,Updated: 09 Dec, 2025 11:28 AM

Indigo Crisis को लेकर आज पीएम मोदी ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि नियम और कानून ऐसे नहीं होने चाहिए जो आम जनता को परेशान करें, बल्कि वे लोगों की सुविधा के लिए बनाए जाने चाहिए, न कि उन पर बोझ डालने के लिए। पीएम मोदी ने यह बयान एनडीए संसदीय...
नेशनल डेस्क: Indigo Crisis को लेकर आज पीएम मोदी ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि नियम और कानून ऐसे नहीं होने चाहिए जो आम जनता को परेशान करें, बल्कि वे लोगों की सुविधा के लिए बनाए जाने चाहिए, न कि उन पर बोझ डालने के लिए। पीएम मोदी ने यह बयान एनडीए संसदीय दल को संबोधित करते हुए दिया। हाल ही में इंडिगो एयरलाइन से जुड़े एक विवाद की पृष्ठभूमि में उनका यह बयान काफी मायने रखता है।
सुधार' का मतलब लोगों की ज़िंदगी आसान बनाना
पीएम मोदी ने सांसदों से कहा कि उन्हें केवल आर्थिक या वित्तीय सुधारों पर ही नहीं, बल्कि आम लोगों की ज़िंदगी को आसान बनाने वाले सुधारों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा, "कानून आम आदमी पर बोझ नहीं, बल्कि उनकी सुविधा के लिए होने चाहिए। भारत के सभी नागरिकों को सरकार की ओर से कोई भी तकलीफ नहीं झेलनी पड़े। कोई भी ऐसा कानून या नियम नहीं होना चाहिए, जिससे लोगों को परेशानी हो।" प्रधानमंत्री ने सांसदों को तीसरे कार्यकाल में देश को और तेजी से आगे ले जाने के लिए तेजी से काम करने का निर्देश दिया।
नीतीश कुमार की तारीफ और दिए अन्य निर्देश
पीएम मोदी ने बिहार में एनडीए की शानदार जीत के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की और उन्हें इस जीत का शिल्पकार बताया। उन्होंने सभी घटक दलों के सांसदों से आने वाले बजट को लेकर अपने सुझाव (फीडबैक) देने को कहा। सांसदों को अपने संसदीय क्षेत्र के कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की सलाह दी गई। 25 दिसंबर को अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती से जुड़े समारोहों में शामिल होने का निर्देश दिया। पीएम मोदी ने एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया कि बैंकों में जनता के 78 हजार करोड़ रुपये पड़े हैं और सांसदों को यह पैसा वापस दिलाने में मदद करनी चाहिए।