Edited By Shubham Anand,Updated: 11 Nov, 2025 02:22 PM

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब पांचवीं तक की सभी कक्षाएं हाइब्रिड मोड में चलेंगी। यानी छात्र चाहें तो स्कूल जाकर या घर से ऑनलाइन क्लास कर सकते हैं। ग्रैप के तीसरे चरण के तहत यह कदम उठाया गया है। साथ ही गैर-जरूरी...
नेशनल डेस्क : राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ते प्रदूषण स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब कक्षा 5वीं तक की सभी कक्षाएं हाइब्रिड मोड में संचालित की जाएंगी। यानी, छात्र चाहें तो स्कूल जाकर ऑफलाइन क्लास कर सकते हैं या घर से ऑनलाइन क्लास भी अटेंड कर सकते हैं। यह आदेश अगले निर्देश तक लागू रहेगा।
आदेश में क्या कहा गया?
शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि दिल्ली सरकार, एनडीएमसी, एमसीडी और दिल्ली छावनी बोर्ड के तहत आने वाले सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों के प्रमुख यह सुनिश्चित करें कि कक्षा 5 तक की कक्षाएं हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन और ऑफलाइन) में संचालित हों। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि जहां भी संभव हो, ऑनलाइन शिक्षा का विकल्प उपलब्ध कराया जाए ताकि अभिभावक और बच्चे अपनी सुविधा के अनुसार माध्यम चुन सकें।
ग्रैप के तीसरे चरण के तहत कड़े कदम
राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने के बाद केंद्र ने मंगलवार को ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण को लागू किया। इसके तहत कई कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। इनमें गैर-आवश्यक निर्माण कार्यों पर रोक, पत्थर तोड़ने वाली मशीनों और खनन गतिविधियों पर प्रतिबंध शामिल हैं। इसके अलावा दिल्ली और एनसीआर के जिलों में BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहनों (चार पहिया) के संचालन पर भी रोक लगा दी गई है। हालांकि, दिव्यांग व्यक्तियों को इस प्रतिबंध से छूट दी गई है। सरकार का कहना है कि यह निर्णय बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि प्रदूषण के खतरनाक स्तर के बीच उन्हें सुरक्षित शिक्षा का माहौल मिल सके।