रूस से तेल और मिज़ाइल खरीदने से नाराज हुए डोनाल्ड ट्रंप, इंडस्ट्री को होगा नुक्सान

Edited By Updated: 30 Jul, 2025 11:03 PM

donald trump got angry over buying oil and missiles from russia

अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत द्वारा रूस से सस्ता तेल खरीदने के कारण खफा  हैं।  बुधवार को उनके सोशल मीडिया हेंडल ट्रुथ सोशल पर किए गए पोस्ट की भाषा और उनके अंदाज से स्पष्ट हो रहा है कि भारत के साथ ट्रेड डील सिरे न चढ़ पाने से ज्यादा नाराजगी...

नेशनल डेस्क: अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत द्वारा रूस से सस्ता तेल खरीदने के कारण खफा  हैं।  बुधवार को उनके सोशल मीडिया हेंडल ट्रुथ सोशल पर किए गए पोस्ट की भाषा और उनके अंदाज से स्पष्ट हो रहा है कि भारत के साथ ट्रेड डील सिरे न चढ़ पाने से ज्यादा नाराजगी उन्हें भारत द्वारा रूस से तेल की खरीद किए जाने से है।

ट्रंप से अपने सोशल मीडिया हेंडल पर लिखा कि "भारत ने हमेशा अपने सैन्य उपकरणों का बड़ा हिस्सा रूस से ही खरीदा है, और वह चीन के साथ मिलकर रूस से ऊर्जा  का सबसे बड़ा खरीदार भी है-ऐसे समय में जब पूरी दुनिया चाहती है कि रूस यूक्रेन में हत्या रोक दे — ये सारी बातें अच्छी नहीं मानी जा सकतीं " डोन्लड ट्रंप की इस नाराजगी का सीधा नुकसान भारत में टेक्सटाइल, जेम एन्ड ज्वेलरी , ऑटो मोबाइल , इलेक्ट्रानिक उत्पादों और केमिकल उत्पादों के निर्यात पर होगा जिस से इस इंडस्ट्री को भारी नुकसान होने का अंदेशा पैदा हो गया है।

दरअसल 24 फरवरी 2024 को रूस द्वार यूक्रेन पर हमला किए जाने से पहले भारत अपनी जरूरत का महज 2 प्रतिशत कच्चा तेल रूस से खरीदता था लेकिन यूक्रेन पर हमला किए जाने के बाद रूस पर अमरीका और पश्चिमी देशों ने आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए जिस कारण उसके लिए दुनिया में अपना तेल बेचना मुश्किल हो गया। इसी बीच रूस ने भारत को सस्ता तेल बेचने की पेशकश की जिसे भारत ने मान लिया।  2025 तक भारत अपनी कुल जरूरत का 35 प्रतिशत के करीब कच्चा तेल रूस से खरीदता है।

2022 से पहले भारत अपनी कुल जरूरत का 24.50 प्रतिशत कच्चा तेल ईराक से खरीदता था जो अब कम हो कर करीब 19 प्रतिशत रहा गया है जबकि साउदी अरब से भारत का आयात 18.30 प्रतिशत से कम हो कर 19.10 प्रतिशत रहा गया है इसी बीच नाइजीरिया से भारत अपनी जरूरत का 7.60 प्रतिशत कच्चा तेल खरीदता था जो अब कम हो कर 2.20 प्रतिशत रह गया है। भारत ने ओपेक देशों पर अपनी निर्भरता कम कर के रूस से सस्ता कच्चा तेल खरीदा है और डोनल्ड ट्रंप इसी बात से नाराज हैं।

भारत ने अमरीका से घटाई कच्चे तेल की खरीद

2022 से पहले भारत अपनी जरूरत का 8.90 प्रतिशत कच्चा तेल अमरीका से खरीदता था लेकिन रूपस से सस्ता कच्चा तेल मिलने के कारण भारत ने अमरीका से तेल की खरीद कम कर दी थी और 2024-25 में भारत ने अपनी जरूरत का 4.60 प्रतिशत ते ही अमरीका से खरीदा था।

भारत ने रूस से की है 40 हजार करोड़ की डिफेन्स डील

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान देश के एयर डिफेंस सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए भारत ने रूस के साथ 40 हजार करोड़ रूपए की डिफेन्स डील की है।  इस डील के तहत रूस भारत को एस 400 एयर मिज़ाइल सिस्टम  देगा। हाल ही में पाकिस्तान के साथ आपरेशन सिन्दूर के दौरान बहरत ने यही मिज़ाइल पाकिस्तान और चीन के बार्डर पर तैनात की थी। रूस ने अभी भारत को इसी दो और मिज़ाइल देनी हैं और रूस द्वारा 2026-27 के मध्य इन्हे देने का वायदा किया है। हालांकि सौसे के अनुसार यह सभी मिज़ाइल 2025 तक दी जानी थी लेकिन रूस और यूक्रेन के आंधी तनाव बढ़ने के कारण इनकी वक़्त पर अदायगी नहीं हो पाई।

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