Edited By rajesh kumar,Updated: 30 Nov, 2024 04:22 PM
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की नयी सरकार पांच दिसंबर को बनेगी और देवेंद्र फडणवीस अगले मुख्यमंत्री बनने के उम्मीदवारों की दौड़ में सबसे आगे हैं।
नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की नयी सरकार पांच दिसंबर को बनेगी और देवेंद्र फडणवीस अगले मुख्यमंत्री बनने के उम्मीदवारों की दौड़ में सबसे आगे हैं। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के गठबंधन महायुति ने 288 में से 230 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी। भाजपा 132 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जबकि शिवसेना ने 57 और राकांपा ने 41 सीट जीतीं।
हालांकि, 23 नवंबर को चुनाव नतीजों की घोषणा के बाद भी इस बात पर कोई फैसला नहीं हुआ है कि मुख्यमंत्री कौन होगा। शिंदे, फडणवीस और पवार ने महाराष्ट्र में अगली सरकार बनाने को लेकर समझौते पर बातचीत करने के लिए बृहस्पतिवार देर रात भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सतारा जिले में अपने पैतृक गांव के लिए रवाना होने के बाद शुक्रवार को होने वाली महायुति की महत्वपूर्ण बैठक स्थगित कर दी गई, जो अब संभवतः रविवार को होगी।
5 दिसंबर को होगा नई सरकार को शपथ ग्रहण
भाजपा नेता ने नाम उजागर करने की शर्त पर कहा कि नई सरकार का शपथ ग्रहण पांच दिसंबर को होगा। भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता फडणवीस मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। भाजपा के एक और वरिष्ठ नेता ने बताया कि मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में होगा। लेकिन उससे पहले दो दिसंबर को भाजपा विधायक दल का नेता चुनने के लिए बैठक होगी। शिंदे ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अगले मुख्यमंत्री के संबंध में भाजपा नेतृत्व के निर्णय का पूरा समर्थन करेंगे और इस प्रक्रिया में बाधा नहीं बनेंगे।
मुख्यमंत्री पद के लिए फडणवीस का समर्थन- अजित पवार
वहीं, अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने मुख्यमंत्री पद के लिए फडणवीस का समर्थन किया है। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के नेतृत्व वाले महा विकास आघाडी (एमवीए) को करारा झटका लगा है। कांग्रेस ने राज्य विधानसभा चुनावों में अपना सबसे खराब प्रदर्शन करते हुए केवल 16 सीट जीतीं। शरद पवार की राकांपा (एसपी) केवल 10 सीट ही जीत पाई, जबकि उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) ने 20 सीट जीतीं।