Edited By rajesh kumar,Updated: 21 Oct, 2021 04:53 PM
डॉ. पॉल ने यहां ‘फिक्की हील 2021'' के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम जय) योजना में सुधार जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि जो संस्थान इसके हिस्सा नहीं बने हैं, उन्हें इसके साथ साझेदारी करनी चाहिए और बाकी...
नेशनल डेस्क: नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल ने उद्योग जगत से स्वास्थ्य क्षेत्र के बुनियादी ढ़ांचे को मजबूत करने में सहयोग का आह्वान करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि स्वास्थ्य देखभाल पर सरकारी बजट मौजूदा साढ़े चार प्रतिशत से बढ़ाकर आठ प्रतिशत किया जाएगा। डॉ. पॉल ने यहां ‘फिक्की हील 2021' के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम जय) योजना में सुधार जारी रखेगी।
उन्होंने कहा कि जो संस्थान इसके हिस्सा नहीं बने हैं, उन्हें इसके साथ साझेदारी करनी चाहिए और बाकी अस्पतालों को भी शामिल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीएम जय ने अन्य सरकारी योजनाओं को अपनाना शुरू कर दिया है और राज्य सरकारों की पहल पर अन्य संभावनाओं पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश को गंभीर और आपात चिकित्सा के क्षेत्र में विस्तार करने की जरूरत है। इसके लिए एक नेशनल नेटवकर् ऑफ एक्सीलेंट इमरजेंसी एंड ट्रॉमा सिस्टम बनाने की जरूरत है।
डॉ पॉल ने कहा कि राज्य सरकारें स्वास्थ्य देखभाल का बजट बढ़ाने की योजना बना रही हैं और इसे मौजूदा चार प्रतियात से तकरीबन आठ प्रतिशत करने की योजना है। उन्होंने निजी क्षेत्र से अगले साल के बजट के लिए सुझाव देने और आयुष या देश के परंपरागत औषधि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए सुझाव देने की अपील की। उन्होेंने कहा कि ज्यादा जिला अस्पतालों को चिकित्सा कॉलेज में बदलने पर ध्यान देना चाहिए। इससे नव संसाधनों को बढ़ाने में मदद मिलेगी।