Edited By Anil dev,Updated: 16 Mar, 2022 10:55 AM
गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर बीते साल बरामद हुए 3000 किलोग्राम हैरोइन को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने चार्जशीट में बड़ा दावा किया है।
नेशनल डेस्क: गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर बीते साल बरामद हुए 3000 किलोग्राम हैरोइन को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने चार्जशीट में बड़ा दावा किया है। एनआईए ने अहमदाबाद की विशेष अदालत को बताया है कि मादक पदार्थ की तस्करी करने वालों के पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से संबंध हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एनआईए ने इस मामले में 16 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। इनमें से 11 अफगानिस्तान के नागरिक, चार भारतीय और एक ईरानी शामिल हैं।
21000 करोड़ रुपये की थी हैरोइन
बीते साल डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने करीब 21000 करोड़ रुपये के इस अवैध मादक पदार्थ की खेप को बरामद किया था। एनआईए ने एक बयान में कहा है कि अभियुक्त मोहम्मद हसन हुसैन दाड और मोहम्मद हसन दाड के साथ अन्य सह साजिशकर्ताओं के संबंध पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से पाए गए हैं। मादक पदार्थों की तस्करी से होने वाली आय को भारत विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल करने के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों के इशारे पर हवाला चैनलों से विदेशी संस्थाओं को वापस भेज दिया गया था।
16 में से दस लोगों की हुई हे गिरफ्तारी
एनआईए ने बताया कि हसन दाड और हुसैन दाड अफगानिस्तान के कंधार स्थित हसन हुसैन लिमिटेड के प्रमोटर हैं। अधिकारियों के मुताबिक इसी कंपनी ने अवैध मादक पदार्थों की खेप भेजी थी। ये खेप कंधार से पहले ईरान के बंदर अब्बास बंदरगाह तक भेजी गई थी। भारत में ये खेप आंध्र प्रदेश की आशी ट्रेडिंग कंपनी को मिलनी थी। इस कंपनी को चेन्नई में रहने वाले मचावरम सुधाकर अपनी पत्नी गोविंदराजू दुर्गा पूर्णा वैशाली के साथ मिलकर चलाते हैं। एनआईए ने ये भी बताया कि जांच के दौरान पता लगा है कि इन्हीं अभियुक्तों द्वारा भात में पहले भी मादक पदार्थों की तस्करी की गई है। एनआईएन ने जिन 16 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है उनमें से 10 की गिरफ्तारी हो चुकी है और छह अभी भी फरार चल रहे हैं।