Edited By Anu Malhotra,Updated: 27 Sep, 2025 04:31 PM

अमेरिका में तीन दशकों से रह रहीं 73 वर्षीय हरजीत कौर को 8 सितंबर को ICE एजेंसी ने गिरफ्तार किया और कुछ ही दिनों में भारत डिपोर्ट कर दिया। उनका कहना है कि गिरफ्तारी और हिरासत के दौरान उनके साथ बेहद खराब व्यवहार किया गया, जिससे उनकी सेहत और मनोस्थिति...
नेशनल डेस्क: अमेरिका में तीन दशकों से रह रहीं 73 वर्षीय हरजीत कौर को 8 सितंबर को ICE एजेंसी ने गिरफ्तार किया और कुछ ही दिनों में भारत डिपोर्ट कर दिया। उनका कहना है कि गिरफ्तारी और हिरासत के दौरान उनके साथ बेहद खराब व्यवहार किया गया, जिससे उनकी सेहत और मनोस्थिति दोनों बिगड़ गईं।
कैसा रहा हिरासत का अनुभव
हरजीत कौर को कैलिफोर्निया के बेकर्स फील्ड डिटेंशन सेंटर में 8 से 10 दिन रखा गया। उन्होंने कहा, “मुझे खाने के लिए सिर्फ चिप्स और कुकीज मिलते थे, दोनों घुटनों के ऑपरेशन के बाद भी मुझे जमीन पर सोने के लिए मजबूर किया गया। 60-70 घंटे बिना बिस्तर गुजारना पड़ा। कई बार दवा के समय बर्फीली ठंड का सामना करना पड़ा और खाने से भी वंचित रखा गया।” इस बीच उनकी मुलाकात परिवार और दोस्तों से भी नहीं हो सकी।
शरण की असफल कोशिशें
बता दें कि हरजीत कौर ने 1991 में अपने दो छोटे बच्चों के साथ अमेरिका में शरण के लिए आवेदन किया था। लेकिन उनकी अर्जी खारिज हो गई। इसके बाद भी उन्होंने कई बार अदालतों में अपील की, लेकिन हर बार असफलता हाथ लगी।
भारत का रुख और सख्ती
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि जनवरी 2025 से अब तक 2,417 भारतीय नागरिकों को अमेरिका से डिपोर्ट किया गया है। उन्होंने कहा,
“भारत अवैध प्रवास के खिलाफ है और केवल कानूनी प्रवास को बढ़ावा देता है। जिनकी भारतीय राष्ट्रीयता साबित हो जाती है, उन्हें वापस लेने में भारत हमेशा तैयार रहता है।”