Edited By Tanuja,Updated: 08 Dec, 2025 12:54 PM

म्यांमार में सोमवार को 3.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिसकी गहराई 80 किमी दर्ज की गई। इससे पहले 5 दिसंबर को भी भूकंप महसूस हुआ था। चार टेक्टोनिक प्लेटों के संगम पर स्थित होने के कारण देश भूकंप के उच्च जोखिम में है। सगाइंग फॉल्ट सबसे संवेदनशील क्षेत्र...
International Desk: म्यांमार में सोमवार सुबह 3.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जिसकी जानकारी नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने दी। भूकंप सुबह 10:18 बजे 80 किलोमीटर की गहराई पर आया। इससे पहले 5 दिसंबर को भी 3.3 तीव्रता का झटका महसूस किया गया था। विशेषज्ञों के अनुसार, म्यांमार दुनिया के सबसे भूकंप-संवेदनशील देशों में से एक है, क्योंकि यह चार टेक्टोनिक प्लेटों इंडियन, यूरेशियन, सुंडा और बर्मा प्लेट के संगम पर स्थित है।
देश के बीच से गुजरने वाला 1,400 किलोमीटर लंबा सगाइंग फॉल्ट सबसे खतरनाक भूवैज्ञानिक क्षेत्र माना जाता है, जो सगाइंग, मंडाले, बागो और यांगून जैसे घनी आबादी वाले इलाकों के लिए बड़ा खतरा पैदा करता है। हाल के वर्षों में आए भूकंपों ने देश में स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे पर बड़े खतरे बढ़ा दिए हैं। WHO पहले ही आगाह कर चुका है कि भूकंप से विस्थापित लोगों में टीबी, एचआईवी और पानी से फैलने वाली बीमारियों का जोखिम तेजी से बढ़ रहा है।देश में लगातार आ रहे झटकों ने लोगों में चिंता बढ़ा दी है और विशेषज्ञ बड़े भूंकप की संभावना को नज़रअंदाज़ नहीं कर रहे।