Edited By Harman Kaur,Updated: 05 Aug, 2025 06:45 PM

केरल में सोमवार एवं मंगलवार की दरमियानी रात हुई भारी बारिश के कारण सड़कों और निचले इलाकों में व्यापक जलभराव हो गया, जिससे कई जिलों में नदियां और बांध उफान पर आ गए। मौसम विभाग ने चार जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी करते हुए "बेहद भारी बारिश" की चेतावनी...
नेशनल डेस्क: केरल में सोमवार एवं मंगलवार की दरमियानी रात हुई भारी बारिश के कारण सड़कों और निचले इलाकों में व्यापक जलभराव हो गया, जिससे कई जिलों में नदियां और बांध उफान पर आ गए। मौसम विभाग ने चार जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी करते हुए "बेहद भारी बारिश" की चेतावनी दी है।
सड़कों और घरों में भरा पानी
एर्णाकुलम, त्रिशूर और पलक्कड़ के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश के कारण सड़कों और घरों में पानी भर गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इस तीव्र मौसम के लिए दक्षिणी केरल में चक्रवाती परिसंचरण और बंगाल की खाड़ी से तमिलनाडु तट तक फैली ऊपरी स्तर की प्रणालियों को जिम्मेदार ठहराया है। परिणामस्वरूप, राज्य में अगले कुछ दिनों में ‘‘भारी वर्षा और तेज हवाएं'' चलने की संभावना है।
इन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी
एर्णाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और मलप्पुरम जिलों के लिए 24 घंटे में 20 सेंटीमीटर से अधिक ‘‘अत्यधिक भारी'' बारिश का संकेत देते हुए ‘रेड अलर्ट' जारी किया गया। आईएमडी ने तीन अतिरिक्त जिलों में चेतावनी के स्तर को 'येलो' से बढ़ाकर 'ऑरेंज' कर दिया है, जिससे ऑरेंज अलर्ट (11-20 सेमी बारिश) वाले जिलों की कुल संख्या आठ हो गई है। शेष दो जिले ‘येलो' अलर्ट (6-11 सेमी बारिश) के अंतर्गत हैं।
पथनमथिट्टा, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़ और वायनाड में बिजली उत्पादन और सिंचाई के लिए उपयोग किए जाने वाले कई बांध वर्तमान में बढ़ते जल स्तर के कारण 'अलर्ट के तीसरे चरण' पर हैं। कोच्चि में एक निजी टैक्सी भारी बारिश के कारण जलमग्न सड़क से सटी एक खुली नहर में गिर गई। पुलिस ने बताया कि नेविगेशन ऐप इस्तेमाल कर रहा चालक नहर को देख नहीं पाया, क्योंकि सड़क पूरी तरह से पानी से भरी हुई थी।
इस बीच, भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (आईएनसीओआईएस) ने मंगलवार रात 8:30 बजे तक तिरुवनंतपुरम और कोल्लम तटों पर 1.7 से 1.8 मीटर ऊंची समुद्री लहरें उठने की चेतावनी जारी की है। मछुआरों और तटीय निवासियों से सतर्क रहने का आग्रह किया गया है।